
भारत के पहले पीएसएलवी-सी57/आदित्य-एल1 मिशन – के लिए 24 घंटे की उलटी गिनती शुरू हो गई
चेन्नई। सूर्य की खोज के लिए भारत के पहले पीएसएलवी-सी57/आदित्य-एल1 मिशन (PSLV-C57/Aditya-L1 Mission) के लिए 24 घंटे की उलटी गिनती शुक्रवार को आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के श्रीहरिकोटा (Sriharikota) के स्पेसपोर्ट स्थल पर शुरू हो गई।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के सूत्रों ने कहा कि शार रेंज में उलटी गिनती शुरू हो गई। लॉन्च ऑथराइजेशन बोर्ड और मिशन रेडीनेस कमेटी की ओर से मिशन की प्रगति की समीक्षा की गयी और इसके बाद मिशन के लिए मंजूरी दे दी गई।
आदित्य-एल1(Aditya-L1) उपग्रह, जो सूर्य का अध्ययन करने के लिए पहला अंतरिक्ष आधारित भारतीय उपग्रह होगा, इसरो के वर्कहॉर्स प्रक्षेपण यान पीएसएलवी-सी57 से दूसरे लॉन्च पैड से शनिवार को 1150 बजे लॉन्च की जाएगी।
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उलटी गिनती के दौरान प्रणोदक भरने का कार्य चार चरणों वाले वाहन में बाहर से किया जाएगा।
लैंडर मॉड्यूल के बाद यह दस दिनों की छोटी अवधि में भारत द्वारा दूसरा प्रमुख अंतर-ग्रहीय अन्वेषण होगा। चंद्रयान -3 ने 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रूव पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग की और वहां रोवर तैनात किया गया।
रोवर ने चंद्र सतह पर, क्षेत्र का इन-सीटू रासायनिक विश्लेषण करना शुरू कर दिया है और चंद्रमा की छवियां भेज रहा है। रोवर वहां उपकरणों का उपयोग करके क्षेत्र पर कई रासायनिक कणों की पहचान भी कर रहा है।