
Elon Musk and former President Donald Trump seen shaking hands amidst political tensions and public apologies – Shah Times Exclusive
क्या मस्क और ट्रंप में सुलह हो गई? | Elon Musk का पछतावा | Shah Times Editorial
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हालिया संवाद और विवाद अब एक नई करवट लेता दिख रहा है। मस्क ने सार्वजनिक रूप से ट्रंप के खिलाफ की गई तीखी टिप्पणियों पर खेद जताया है और कुछ पोस्ट्स को डिलीट भी किया है। क्या यह सियासी ‘सुलह’ है या एक रणनीतिक चुप्पी?
🔍 जब ट्विटर बना रणभूमि
हाल ही में मस्क और ट्रंप के बीच सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया था। मस्क ने ट्रंप की टैक्स और खर्च नीतियों को ‘हेटफुल स्टेप’ कहकर आड़े हाथों लिया, वहीं ट्रंप ने मस्क को पागल तक कह डाला। यह सारा वाकया अमेरिका की राजनीति और पूंजीपतियों के रिश्ते में गहराई से जुड़ी जटिलताओं को उजागर करता है।
🤝 अब पछतावे की भाषा, माफी का संदेश
मस्क ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर सार्वजनिक रूप से अपनी कुछ पोस्ट्स पर खेद जताया, उन्हें “कुछ ज्यादा आगे बढ़ी बातें” बताया। यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका में 2026 के मध्यावधि चुनावों की तैयारियां तेज हो रही हैं और मस्क जैसे प्रभावशाली उद्योगपति के रुख को गंभीरता से लिया जाता है।
मस्क का बयान: “पिछले सप्ताह की मेरी कुछ पोस्ट्स पर मुझे खेद है, बात बहुत आगे निकल गई।”
🧱 राजनीति और व्यापार का टकराव: ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ का मुद्दा
इस तकरार की बड़ी वजह बना ट्रंप का समर्थन प्राप्त “बिग ब्यूटीफुल बिल”, जिसे अमेरिका के राष्ट्रीय हित से जोड़कर पेश किया गया है। जबकि मस्क इसे “पॉर्क-फिल्ड”, यानी गैरज़रूरी खर्चों से भरा कानून बता रहे हैं।
इस बिल पर रिपब्लिकन पार्टी में भी मतभेद सामने आए हैं, और मस्क ने reportedly तीन सांसदों को अपनी तरफ कर लिया है।
ट्रंप का दावा: “यह बिल चीन पर निर्भरता कम करेगा।”
मस्क का विरोध: “यह बिल देश के संसाधनों की बर्बादी है।”
⚡ व्यक्तिगत आरोप और राजनीतिक चेतावनियां
विवाद उस समय और बढ़ गया जब ट्रंप ने मस्क को “पागल” कहा और उन्हें ईवी सब्सिडी खत्म करने की धमकी दी। जवाब में मस्क ने ट्रंप को “एहसान फरामोश” करार दिया और कहा कि अगर वे ना होते तो ट्रंप 2020 का चुनाव हार जाते।
यह बयानबाज़ी एक तरह से दोनों के व्यक्तिगत अहंकार, राजनीतिक महत्वाकांक्षा और पूंजीवाद की परतों को उजागर करती है।
❤️🔥 ‘रेड हार्ट इमोजी’ से नई शुरुआत की संभावना?
ट्रंप के एक पुराने सॉफ्ट कमेंट — “हमारे बीच अच्छे संबंध थे, मैं उनके अच्छे की कामना करता हूं” — पर मस्क का ‘रेड हार्ट इमोजी’ देना सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। क्या ये संकेत है कि दोनों के बीच संवाद की खिड़की खुल रही है?
📌 क्या यह रणनीति का हिस्सा है?
- चुनाव समीकरण: मस्क और ट्रंप दोनों ही अमेरिका के राजनीतिक परिदृश्य में गहरी पकड़ रखते हैं। मस्क की आर्थिक ताकत और ट्रंप की राजनीतिक लोकप्रियता मिलकर एक नया समीकरण बना सकती है।
- व्यापार बनाम राजनीति: मस्क की छवि वैश्विक निवेशकों और तकनीकी नवाचार के प्रतीक के रूप में है, जबकि ट्रंप की राष्ट्रवादी नीतियां और बयानबाज़ी अक्सर व्यापारिक हितों से टकराती रही हैं।
- सोशल मीडिया और पब्लिक इमेज: ट्रंप की ‘ट्रुथ सोशल’ और मस्क के ‘X’ जैसे प्लेटफॉर्म पर चल रही सियासी लड़ाई अब न केवल शब्दों की, बल्कि रणनीतियों की भी हो गई है।
🔚 ‘सुलह’ नहीं, बल्कि ‘ठहराव’!
फिलहाल मस्क का ट्रंप से खेद प्रकट करना एक अस्थायी ‘ठहराव’ है, ‘सुलह’ नहीं। दोनों की महत्वाकांक्षाएं और रास्ते अलग हैं, लेकिन चुनावी समीकरणों में जब भी ज़रूरत पड़ी, ये दोनों फिर एक मंच पर आ सकते हैं — लेकिन सिर्फ अपने-अपने हितों की खातिर।
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