
Share Market
मुंबई (Shah Times): आज भारतीय Share Market को बड़ा झटका लगा है। जानकारी मिलने तक निफ्टी 23200 से नीचे रहा और सेंसेक्स 1,390.41 अंक या 1.80 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76,024.51 पर था, और निफ्टी 353.65 अंक या 1.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,165.70 पर था।
बाजार में गिरावट के यह हैं 4 कारण
शेयर बाजार निवेशक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए जाने वाले टैरिफ को भी इसका कारण बताया जा रहा है। इससे बाजार में डर का माहौल है। इसका असर आज बाजार पर देखने को मिला। बाजार में बिकवाली हावी हो गई।
अमेरिकी बाजार पर निर्भर आईटी कंपनियों के शेयरों में आज 1.8% की गिरावट आई है। टैरिफ बढ़ने से आर्थिक सुस्ती और कमजोर मांग को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं।
कच्चे तेल की कीमतें पांच हफ्ते के उच्च स्तर के करीब बनी हुई हैं, जिससे महंगाई बढ़ने की चिंताएं बढ़ गई हैं। ब्रेंट क्रूड लगभग 74.67 डॉलर प्रति बैरल पर था, जबकि यू.एस. वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 71.37 डॉलर पर कारोबार कर रहा था।
निफ्टी और सेंसेक्स ने पिछले आठ सत्रों में लगभग 5.4% की बढ़त हासिल की, जिससे साल के लिए सकारात्मक स्थिति बन गई। हालिया रैली के बाद निवेशक मुनाफावसूली कर रहे हैं, जिससे बाजार में गिरावट देखी जा रही है।
क्या कहता है टेक्निकल चार्ट ?
जियोजित इनवेस्टमेंट्स के चीफ मार्केट स्ट्रेटजिस्ट, आनंद जेम्स ने बताया, “बाजार में फिर से मजबूती लाने के लिए हमें 23,700-23,750 से ऊपर एक बड़े मूव की जरूरत है। ऐसा नहीं होता है तो हम 23,300 के टारगेट के साथ नीचे की ओर झुकाव के साथ साइडवेज ट्रेडिंग देखने को मिल सकता हैं। 23,750-23,300 रेंज से आगे ब्रेकआउट होने पर कम से कम 250 अंकों की उछाल देखने को मिल सकती है।”
सेंसेक्स और निफ्टी में पिछले 8 दिनों के दौरान 5.4 फीसदी की तगड़ी उछाल आई थी। इसके चलते इन दोनों इंडेक्सों का 2025 में रिटर्न पॉजिटिव हो गया था। इस तेज उछाल के बाद कई निवेशकों ने मुनाफावसूली को रास्ता अपना, जिसके चलते लार्जकैप शेयरों बिकवाली शुरू हो गई है। विजयकुमार ने बताया, “मार्च महीने में सेंसेक्स और निफ्टी ने करीब 6.3% का रिटर्न दिया। यह दुनिया के अधिकतर देशों के शेयर मार्केट्स के मुकाबले बेहतर रिटर्न था।