
होली का त्योहार रंगों और खुशियों का त्योहार है। होली का त्योहार किस तरह मनाया जाना चाहिए। इस दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं, ये सब प्रेमानंद जी महाराज ने बताया है। तो आइए जानते हैं प्रेमानंद महाराज जी ने होली पर किन तीन कामों से बचना चाहिए।
(शाह टाइम्स) होली का त्योहार रंगों और खुशियों का त्योहार है। होली का त्योहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन होलिका दहन होता है और उसके ठीक अगले दिन यानी चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि को रंगवाली होली मनाई जाती है। इस दौरान होली पर कुछ बातों का खास ख्याल रखें। होली पर क्या करना चाहिए, इसका जवाब हाल ही में खुद प्रेमानंद महाराज ने बताया है।
क्या पूछा गया प्रेमानंद जी महाराज से
दरअसल, एकांत वार्ता के दौरान प्रेमानंद जी महाराज से पूछा गया कि वृंदावन में होला का त्योहार शुरू हो चुका है और होली का त्योहार अगले चार दिनों तक चलेगा। ऐसे में आप इन जगहों के बारे में क्या संदेश देना चाहते हैं। इसके जवाब में कहा जाता है कि प्रेमानंद महाराज जी ने कहा था कि हम परम पूज्य होली उत्सव में प्रह्लाद जी के द्वारा उपस्थित हुए हैं
भगवान के आशीर्वाद से बच गया प्रह्लाद
जब हिरण्यकश्यप के किसी भी हत्यारे से प्रह्लाद जी की मृत्यु नहीं हुई तो हिरण्यकश्यप की बहन ने कहा कि तुम चिंता मत करो, आज तुम मर जाओगे। चलो लकड़ियों के ढेर पर चलते हैं, हम प्रह्लाद के साथ बैठेंगे। मेरे पास अग्नि से एक फूल है, एक ठंडा कपड़ा है जिसे मैं उड़ा दूंगी, मुझे कुछ नहीं होगा और यह प्रह्लाद मर जाएगा। भगवान के आशीर्वाद से प्रह्लाद बच गया और होलिका जल गई। अगले दिन जब लोग आए और रोए तो उन्होंने देखा कि प्रह्लाद जी बैठे थे और होलिका जल गई थी। सभी ने बड़े हर्षोल्लास के साथ जश्न मनाया, भगवान का कीर्तन किया और गुलाल रंग होली के चित्र लगाए
क्या कहा प्रेमानंद जी ने
प्रेमानंद जी ने आगे कहा कि मेरी भक्तों से प्रार्थना है कि वे किसी भी प्रकार का नशा न करें और होली के दिन भगवान का नाम जपते हुए होली का आनंद लें। होली के त्यौहार में कोई नशा न करें, मौज मस्ती करें और भाईचारा रखें, एक दूसरे का सम्मान करें। जो भी हमारा दुश्मन है, उसे अपने घर ले आएं और उस पर रंग लगाएं, हाथ जोड़ें। ताकि हमारा कोई दुश्मन न रहे। सभ्यता का त्यौहार होली के खिलाफ मनाएं।
ये है तीन काम जो होली पर भूलकर भी न करें
1 .प्रेमानंद जी आगे कहते हैं कि होली के त्यौहार पर किसी भी तरह का नशा न करें।
2 . होली के दिन मांस का सेवन न करें, भले ही आप किसी जीव की हत्या न करें, लेकिन अगर आप मांस खाते हैं तो आप हिंसक माने जाते हैं।
3 . होली के दिन कोई भी माता-पिता का सम्मान न करे। व्यभिचार से दूर रहें।




