गर आप प्रतिदिन आंवला खाते हैं तो उससे हानिकारक बैक्टीरिया और सूजन से शरीर की रक्षा होती है। इसके अलावा रोजाना खाली पेट आंवला खाने से सर्दी-जुकाम और खांसी से भी बचाव होता है।
~Neelam
(शाह टाइम्स)। आंवला एक ऐसा फल है जो हमारी सेहत के लिए बेहद लाभदायक माना जाता है। आंवले को भारतीय करौंदा भी कहा जाता है। आयुर्वेद में आंवले को औषधी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। विटामिन सी की अगर हम बात करे तो यह सबसे ज्यादा आंवले पाई जाती है। विटामिन सी इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मददगार है।
आंवले में विटामिन सी के अलावा विटामिन ए, बी कॉम्प्लेक्स, पोटैशियम, कैल्शियम, ,मैग्निशियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर जैसे गुण भी पाए जाते हैं, जो शरीर को कई लाभ पहुंचाते हैं। आप आंवले को कई तरह से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। जैसे आंवले का अचार, आंवले का मुरब्बा, आंवले की चटनी या आंवले का जूस आदि।
रोजाना आंवले के सेवन से स्किन को हेल्दी रखने में मदद मिल सकती है। तो चलिए जानते हैं आंवला हमारे लिए कैसे लाभकारी होता हैं।
आंवले से होने वाले फायदे
आंवला में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसे खाने से आपका इम्युन सिस्टम मजबूत होता है। ये शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालता है और बैक्टीरिया से लड़ने की ताकत प्रदान करता है।
अगर आपका पेट खराब रहता है, तो आंवले का सेवन आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। आंवला फाइबर से भरपूर होता है। ये डाइजेशन सिस्टम को दुरुस्त करने का
भी काम करता है।
इम्यून सिस्टम को बनाये मज़बूत
आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है। यही कारण है कि आंवला आपके शरीर में एक अद्भुत इम्युनिटी बूस्टर बनाता है। आंवला विटामिन ए, पॉलीफेनोल्स, अल्कलॉइड्स और फ्लेवोनोइड्स–क्वेरसेटिन और केम्पफेरोल से भी भरा हुआ होता है। एक रिसर्च के अनुसार आंवला व्हाइट ब्लड सेल्स की संख्या में बढ़ोत्तरी करता है, इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है और टॉक्सिन्स को शरीर से बाहर निकाल कर रक्षा तंत्र को मज़बूत बनाता है। अगर आप प्रतिदिन आंवला खाते हैं तो उससे हानिकारक बैक्टीरिया और सूजन से शरीर की रक्षा होती है। इसके अलावा रोजाना खाली पेट आंवला खाने से सर्दी-जुकाम और खांसी से भी बचाव होता है।
लिवर फंक्शन में सुधार करता है
आंवला खाने का एक बहुत बड़ा फायदा ये है कि इसके रस में भरपूर मात्रा में फाइटोकेमिकल्स जैसे क्वेरसेटिन, गैलिक एसिड, कोरिलगिन और एलाजिक एसिड पाए जाते हैं। ये फाइटोकेमिकल्स शरीर को डीटोक्सिफिकेशन और फ्री रेडिकल्स से लड़ने में सहायता करते हैं। आंवले का रस लीवर की कार्यक्षमता में सुधार करता है, जीवन शक्ति को बढ़ाता है और आपको ऊर्जा प्रदान करता है।
डाइबिटीज़ नियंत्रित करने में सहायक
आंवला मधुमेह रोगियों के लिए एक पारंपरिक और एक अद्भुत घरेलू उपचार है। यह न केवल पैंक्रियाटाइटिस को रोकता है बल्कि ब्लड शुगर के लेवल को भी नियंत्रित करता है। असल में विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है और यह ऑक्सीडेटिव तनाव के प्रभावों को बदल देता है जो मधुमेह बढ़ने के कारणों में से एक है। डाइबिटीज़ से बचने के लिए आपको ताजा आंवला खाना चाहिए, आंवले का जूस पीना चाहिए और इस कड़वे-मीठे फल से बना आंवले का मुरब्बा का सेवन करना चाहिए। आप अपने शुगर लेवल को कम करने के लिए पानी के साथ आंवला पाउडर का सेवन भी कर सकते हैं।
पेट के स्वास्थ्य के लिए बेहतर
आयुर्वेद में आंवले का बड़ा महत्व है। आयुर्वेद के अनुसार अगर आप सुबह की शुरुवात आंवला से बनी किसी भी रेसिपी के साथ करते हैं तो ये आपकी सेहत के लिए रामबाण से कम नहीं है। आंवला शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है और तमाम खराब तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। आंवला फाइबर से भरपूर होता है इसलिए ये बोवेल मूवमेंट को नियंत्रित करता है और डाइजेस्टिव जूसेज के उत्पादन को भी बढ़ाता है। यह शरीर को नुट्रिएंट्स के बेहतर अवशोषण में भी सहायक होता है। अगर आप आईबीएस, कब्ज या आंत की किसी भी समस्या से पीड़ित हैं तो आपको अपने सिस्टम को साफ करने के लिए सुबह आंवले का जूस ज़रूर पीना चाहिए।