
Police arrest four members of a fake marriage and sex trafficking gang in Bareilly. – Shah Times
बरेली में फर्जी शादी गैंग का भंडाफोड़, चार आरोपी गिरफ्तार
शादी के नाम पर लूट और देह व्यापार,बरेली पुलिस ने किया खुलासा
बरेली में पुलिस ने फर्जी विवाह और देह व्यापार के बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। चार आरोपी गिरफ्तार, मास्टरमाइंड महिला की तलाश जारी।
मो० इरफान मुनीम
बरेली,( Shah Times) । उत्तर प्रदेश पुलिस ने बरेली जिले में फर्जी विवाह और देह व्यापार से जुड़े एक बड़े आपराधिक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गैंग न केवल लोगों को नकली शादी के जाल में फंसाकर लूटता था, बल्कि महिलाओं को देह व्यापार जैसे अवैध कार्यों में भी धकेलता था। इस मामले में गैंग की एक महिला सदस्य द्वारा ही अपने साथी के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कराए जाने के बाद मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने इस गिरोह के चार सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि गैंग की मास्टरमाइंड महिला और एक अन्य सदस्य अभी फरार हैं।
कैसे हुआ खुलासा?
गिरफ्तारी की शुरुआत उस समय हुई जब कोलकाता की एक युवती ने अपने ही साथी बख्तावर के खिलाफ थाना बहेड़ी के मंडनपुर शुमाली गांव में शिकायत दर्ज कराई। उसने आरोप लगाया कि आरोपी ने उससे धर्म छुपाकर शादी की, जबरन मांस खिलाया, गर्भपात कराया और देह व्यापार में धकेला।
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हालांकि, पुलिस ने जब युवती और आरोपी से अलग-अलग पूछताछ की, तो मामला उल्टा निकला। जांच में सामने आया कि युवती उसी गैंग की सदस्य है जो फर्जी शादी का नाटक कर भोले-भाले लोगों को लूटता था। गैंग के भीतर आपसी विवाद के चलते युवती ने अपने ही साथी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया, जिससे यह पूरा जाल उजागर हुआ।
फर्जी शादी का तरीका
गिरोह का तरीका बेहद संगठित और सुनियोजित था। गैंग में शामिल महिला सदस्य किसी पुरुष को शादी के लिए तैयार करती, और फिर उससे शादी का नाटक करती थी। इसके बाद वह उसके घर जाकर गहने, नकदी और कीमती सामान लेकर फरार हो जाती थी। इस तरह कई पुरुषों को आर्थिक और मानसिक रूप से लूटा गया।
तीन ठगी के मामले आए सामने
पुलिस पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने तीन अलग-अलग घटनाओं को कबूला है, जिनमें उन्हें सफलता पूर्वक ठगी करने में कामयाबी मिली थी।
पहला मामला – बदायूं का प्रेमपाल कश्यप
बदायूं जिले के मूसाझाग थाना क्षेत्र के लाल बुजिया गांव निवासी प्रेमपाल कश्यप को कोलकाता की युवती के साथ शादी का झांसा देकर फंसाया गया। युवती शादी के बाद प्रेमपाल के घर गई और वहां से चांदी की पायल, मंगलसूत्र और 60 हजार रुपये लेकर फरार हो गई।
दूसरा मामला – राजस्थान के झुंझुनूं का मित्रपाल
गिरोह के सदस्य गुड्डू ने कविता नामक युवती की फर्जी आईडी बनाकर उसे मित्रपाल से मिलवाया। फिर इन दोनों का लिव-इन रिलेशनशिप का एफिडेविट बनवाया गया। युवती मित्रपाल के घर रही और वहां से डेढ़ लाख रुपये लेकर गायब हो गई।
तीसरा मामला – हनुमानगढ़ के उग्रसेन का शिकार
राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के उग्रसेन पुत्र अमीचंद को भी शादी का लालच देकर ठगा गया। गुड्डू ने अपनी एक अन्य साथी महिला के जरिए यह नाटक रचवाया, और शादी के नाम पर डेढ़ लाख रुपये की ठगी की गई। यहां भी कोलकाता की वही युवती शामिल पाई गई।
गिरफ्तार हुए गैंग के सदस्य
बरेली पुलिस ने इस गिरोह के चार प्रमुख सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें शामिल हैं:
बख्तावर पुत्र बाबू – निवासी मंडनपुर शुमाली, थाना बहेड़ी
राजवीर पुत्र गंगा सिंह – निवासी केसरपुर, थाना फरीदपुर
ताहिर पुत्र रियाज अहमद – निवासी भौना फार्म, थाना बहेड़ी
गुड्डू पुत्र शरीफ – निवासी मोहल्ला गौटिया, थाना व कस्बा फरीदपुर
इनसे पुलिस ने विवाह शपथ पत्र और लिव-इन रिलेशनशिप के फर्जी एफिडेविट बरामद किए हैं। सभी को फर्जी शादी कर ठगी और देह व्यापार के मामलों में जेल भेज दिया गया है।
गैंग की मास्टरमाइंड युवती की तलाश
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि इस पूरे गिरोह को एक युवती संचालित करती है, जो उत्तराखंड के रुद्रपुर की रहने वाली है। यही युवती सभी ऑपरेशनों की योजना बनाती थी और गैंग के सदस्यों को निर्देश देती थी। पुलिस अब उसकी तलाश में कई जगहों पर दबिश दे रही है। साथ ही कोलकाता की युवती, जो अधिकतर मामलों में नकली दुल्हन बनती थी, उसकी भी गिरफ्तारी जल्द की जाएगी।
गिरोह की कार्यशैली और नेटवर्क
इस गिरोह की गतिविधियां उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान तक फैली हुई थीं। युवतियों की फर्जी आईडी बनाई जाती थीं और उन्हें विशेष रूप से ग्रामीण, अशिक्षित अथवा अकेले पुरुषों को लक्ष्य बना कर भेजा जाता था। शादी या लिव-इन संबंध की कानूनी वैधता का नाटक रचकर विश्वास हासिल किया जाता था, और फिर घर से नगदी, गहने या अन्य कीमती सामान लेकर युवतियां फरार हो जाती थीं।
गैंग की खासियत यह थी कि वे हर बार जगह और पहचान बदलते थे, जिससे उनका पीछा करना मुश्किल हो जाता था।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की रणनीति
बरेली पुलिस ने इस ऑपरेशन में सतर्कता और रणनीतिक सूझबूझ का परिचय देते हुए गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस अब गैंग के अन्य सदस्यों की भी तलाश कर रही है। विशेष रूप से मास्टरमाइंड महिला की गिरफ्तारी पुलिस के लिए प्राथमिकता है, ताकि गिरोह की जड़ तक पहुंचा जा सके।
पुलिस का कहना है कि जल्द ही अन्य मामलों में ठगी के शिकार लोगों की भी पहचान की जाएगी और उन्हें न्याय दिलाया जाएगा।
यह घटना इस बात का प्रमाण है कि समाज में अपराधी गिरोह कितने चतुर और सुनियोजित तरीके से मासूम नागरिकों को अपना शिकार बना सकते हैं। फर्जी विवाह और देह व्यापार जैसे गंभीर अपराधों के माध्यम से न केवल आर्थिक, बल्कि सामाजिक और मानसिक रूप से भी पीड़ितों को गहरा आघात पहुंचाया जाता है। ऐसे में जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और किसी भी संबंध को कानूनी और सामाजिक रूप से परखने के बाद ही स्वीकार करें।
पुलिस द्वारा उठाए गए इस कदम से समाज में एक सकारात्मक संदेश गया है और उम्मीद की जा रही है कि ऐसे गिरोहों पर अंकुश लगाने में यह कार्रवाई एक मिसाल साबित होगी।