
जर्मनी हाउती हमलों से व्यापारिक जहाजों को बचाने के लिए युद्धपोत भेज सकता है
बर्लिन। जर्मनी हाउती हमलों (Germany Houthi attacks) से व्यापारिक जहाजों को बचाने के लिए लाल सागर में हेसन फ्रिगेट भेजने पर विचार कर रहा है।
जर्मन अखबार बिल्ड ने की रिपोर्ट के मुताबिक युद्धपोत साल की शुरुआत में लाल सागर (Red Sea) की ओर रवाना हो सकता है। वहीं फ्रांसीसी शिपिंग और लॉजिस्टिक्स कंपनी सीएमए सीजीएम ने लाल सागर (Red Sea) में कंटेनर परिवहन पर रोक लगाने का फैसला किया है।
इससे पहले शनिवार को बुंडेस्टाग रक्षा समिति (Bundestag Defense Committee) के प्रमुख, मैरी-एग्नेस स्ट्रैक-ज़िम्मरमैन ने कथित तौर पर सुझाव दिया था कि जर्मन की नौसेना जर्मन कंपनी के एक जहाज पर हाल ही में हुए हमले की पृष्ठभूमि के हाउती के खिलाफ लाल सागर (Red Sea) में समुद्री व्यापार मार्गों की सुरक्षा में सहभगिता करें।
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जर्मन अंतर्राष्ट्रीय शिपिंग कंपनी हापाग-लॉयड (German international shipping company Hapag-Lloyd) से संबंधित लाइबेरिया के झंडे वाला मालवाहक जहाज अल जसराह, लाल सागर में विद्रोही अंसार अल्लाह आंदोलन द्वारा नियंत्रित यमन के हिस्से से लॉन्च किए गए एक प्रोजेक्टाइल से टकरा गया था। हमले के कारण डेक पर आग लग गई और एक कंटेनर पानी में गिर गया, हालांकि चालक दल के किसी सदस्य के घायल होने की सूचना नहीं है।
हाउती ने इससे पहले कहा था कि जब तक गाजा पट्टी में इजरायल का सैन्य अभियान समाप्त नहीं हो जाता, तब तक वह इजरायली कंपनियों से जुड़े या इजरायल जाने वाले जहाजों को लाल सागर और अरब सागर में जाने से रोकना जारी रखेगा।
इज़राइल और फिलिस्तीनी आंदोलन हमास के बीच गत 07 अक्टूबर को सशस्त्र संघर्ष फिर से शुरू होने के बाद, हाउती ने कई मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं, जिससे इज़रायल में नागरिक बुनियादी ढांचे और लाल सागर और अदन की खाड़ी में संचालित वाणिज्यिक शिपिंग को खतरा है।