जन्मदिन के अवसर पर
मुंबई। रवीना टंडन (Raveena Tandon) का जन्म 26 अक्टूबर 1974 को मुंबई में हुआ था। पिता रवि और मां वीणा टंडन के नाम को मिलाकर उनका नाम रवीना टंडन (Raveena Tandon) रखा गया। रवीना को अभिनय की कला विरासत में मिली। उनके पिता एक मशहूर फिल्म निर्माता थे। रवीना ने अपनी प्राथमिक शिक्षा जमुना बाई स्कूल, मुंबई से पूरी की। इसके बाद उन्हें मुंबई के मशहूर मीठीभाई कॉलेज में दाखिला मिल गया। इसी दौरान उनकी मुलाकात निर्देशक शांतनु शोरी से हुई। उन्होंने रवीना को फिल्मों में काम करने की सलाह दी। इसके बाद रवीना ने कॉलेज छोड़ दिया और फिल्मों में एक्ट्रेस बनने का सपना देखने लगीं।
रवीना (Raveena) ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1991 में रिलीज हुई फिल्म जीपी स्पाई द्वारा निर्मित ‘पत्थर के फूल’ से की थी। इस फिल्म में सलमान खान ने नायक की भूमिका निभाई। हालांकि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई, लेकिन रवीना टंडन के अभिनय को दर्शकों ने खूब सराहा। इसके साथ ही उन्हें प्रथम अभिनेत्री के फिल्मफेयर पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। साल 1994 रवीना के फिल्मी करियर के लिए अहम साल साबित हुआ। उसी साल उनकी सुपरहिट फिल्में ‘मोहरा’, ‘लाडला’, ‘दिल वाले’ और ‘अंदाज अपना अपना’ रिलीज हुईं। लाडला में अपने दमदार अभिनय के लिए रवीना (Raveena) अपने करियर में पहली बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकित की गईं।
साल 1994 में रिलीज हुई फिल्म ‘मोहरा’ रवीना टंडन (Raveena Tandon) के करियर की सबसे बड़ी सुपरहिट साबित हुई। एक्शन से भरपूर इस फिल्म में रवीना पर फिल्माया गाना ‘तू चीज बड़ी है मस्त मस्त’ उन दिनों फैन्स के बीच क्रेज बन गया था। इसके बाद रवीना फिल्म इंडस्ट्री में ‘मस्त-मस्त गर्ल’ के नाम से मशहूर हो गईं। 1995 में रिलीज हुई फिल्म ‘रक्षक’ रवीना के लिए एक और अहम फिल्म साबित हुई। अशोक होंडा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में रवीना ने अतिथि कलाकार के तौर पर काम किया था, जिसमें सुनील शेट्टी और करिश्मा कपूर मुख्य भूमिका में थे, लेकिन इस फिल्म में उन पर फिल्माया गाना ‘शहर की लड़की’ दर्शकों के बीच क्रेज बन गया। जा चुका था। एक शहरी लड़की के रूप में दर्शक।
साल 2001 में प्रदर्शित फिल्म ‘दमन’ रवीना (Raveena) के करियर की उल्लेखनीय फिल्मों में शुमार की जाती है। कल्पना आजमी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में उन्होंने दुर्गा नामक एक ऐसी महिला का किरदार निभाया था जिसे उसका पति बेहद प्रताड़ित करता है। फिल्म में अपने दमदार अभिनय के लिये रवीना सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित की गयी। 2001 में ही रवीना के करियर की एक और अहम फिल्म ‘अक्स’ प्रदर्शित हुयी। इस फिल्म में उनका किरदार ग्रे शेड्स लिये हुये था। वह दर्शकों का दिल जीतने में सफल रही और वह फिल्म फेयर के विशेष पुरस्कार से सम्मानित की गयींं।
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2003 में प्रदर्शित फिल्म ‘सत्ता’भी रवीना (Raveena) के करियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में से एक है। राजनीति से प्रेरित मधुर भंडारकर निर्मित इस फिल्म में रवीना अपने सशक्त अभिनय से दर्शकों के साथ ही समीक्षकों का भी दिल जीतने में सफल रहीं। वर्ष 2003 में रवीना ने फिल्म ‘स्टंपड’के जरिये फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी कदम रख दिया। फिल्म ने टिकट खिड़की पर औसत व्यापार किया । इस दौरान वह फिल्म वितरक अनिल थडानी की तरफ आकर्षित हो गई और 2004 में रवीना ने अनिल से शादी कर ली। इसके बाद रवीना ने ‘पहचान’ फिल्म का निर्माण किया लेकिन यह फिल्म टिकट खिड़की पर नकार दी गयी ।
वर्ष 2003 में रवीना ‘बाल फिल्म सोसाइटी’ की अध्यक्ष बन गयी। इस दौरान हालांकि उन पर आरोप लगने लगे कि वह अपने काम में ध्यान नहीं दे रही हैं। साल 2005 में रवीना ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. 2006 में प्रदर्शित फिल्म ‘सैंडविच’ की असफलता के बाद रवीना ने फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया। वर्ष 2017 में रवीना की फिल्म मातृ प्रदर्शित हुयी जिसमें उनके अभिनय को दर्शकों ने बेहद पसंद किया। रवीना के फिल्मी करियर में उनकी जोड़ी अभिनेता अक्षय कुमार और गोविंदा के साथ बनी। रवीना ने अपने दो दशक लंबे फिल्मी करियर में 75 से ज्यादा फिल्मों में काम किया।