
2019 के मुकाबले 300% ग्रोथ भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) के अनुसार मई 2023 तक देश में कुल 7.06 करोड़ व्हीकल्स पर फास्टैग थे
Written By Nasir Rana
नई दिल्ली। 2023 के पहले 6 महीनों में 19 जून तक भारत सरकार को फास्टैग से 28,180 करोड़ रुपए की कमाई हुई। 2021 से 2022 के बीच फास्टैग से हुई कमाई में 46% का इजाफा हुआ है। ये 34,778 करोड़ रुपए से बढ़कर 50,855 करोड़ रुपए पर पहुंच गई।
वहीं बीते 5 साल यानी 2017 से 2022 के बीच फास्टैग कलेक्शन दोगुने से ज्यादा बढ़ा है। ये 22,820 करोड़ रुपए से बढ़कर 50,855 करोड़ पर पहुंच गया। 2021 में फास्टैग कंपलसरी हो गया था, इसलिए कलेक्शन में ये ग्रोथ आई है।
देशभर में 7.06 करोड़ वाहनों पर फास्टैग
2019 के मुकाबले 300% ग्रोथ भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) के अनुसार मई 2023 तक देश में कुल 7.06 करोड़ व्हीकल्स पर फास्टैग थे। 2019 के बाद से फास्टैग में तेजी देखने को मिली। 2019 में देश में सिर्फ 1.70 करोड़ गाड़ियों पर ही फास्टैग था। यानी इसमें 300% की अधिक ग्रोथ हुई है।
इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है फास्टैग, ये RFID टेक्नोलॉजी पर काम करता है
फास्टैग एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है। रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टेक्नोलॉजी पर फास्टैग काम करता है। हर फास्टैग गाड़ी की रजिस्ट्रेशन डिटेल के साथ जुड़ा होता है। फास्टैग के आने से पहले टोल प्लाजा पर रुककर टोल फीस कैश में देनी पड़ती थी। फास्टैग के आने के बाद से टोल प्लाजा पर लाइनों में भारी कमी आई है।
बैंक और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से भी खरीद सकते हैं फास्टैग
देश के किसी भी टोल प्लाजा से आप फास्टैग खरीद सकते हैं। इसके अलावा एक्सिस बैंक, ICICI बैंक, HDFC बैंक, SBI, कोटक बैंक की ब्रांच से भी आप इसे खरीद सकते हैं। पेटीएम, अमेजन, गूगल पे जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से भी आप इसे खरीद सकते हैं। फास्टैग अकाउंट को इस ऐप से लिंक करके पेमेंट भी कर सकते हैं।
आप चाहें तो अपने बैंक अकाउंट को इस ऐप से लिंक कर सकते हैं। इससे जब भी आप किसी टोल प्लाजा से गुजरेंगे तो टोल टैक्स आपके अकाउंट से कट जाएगा। फास्टैग खरीदते समय आपके पास ID प्रूफ और गाड़ी का रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट होना जरूरी है।
फास्टैग स्टिकर 5 साल के लिए वैलिड होता है, इसके बाद वैलिडिटी बढ़वानी होगी एक बार खरीदा गया फास्टैग स्टिकर 5 साल के लिए वैलिड होता है।