
Hindu community members showering flower petals on Muslim worshippers during Eid prayers at Jaipur Eidgah.
राजस्थान में ईद का पर्व सौहार्द और भाईचारे के साथ मनाया गया, जयपुर ईदगाह में हिंदू-मुस्लिम एकता का दिखा अनूठा नज़ारा
जयपुर में ईद के मौके पर देखने को मिला सांप्रदायिक सौहार्द का अद्भुत नज़ारा। हिंदू समुदाय के लोगों ने ईदगाह में नमाजियों पर फूल बरसाए, जिससे गंगा-जमुनी तहज़ीब की झलक दिखी। पढ़ें पूरी खबर।
जयपुर में ईद पर भाईचारे की मिसाल, हिंदू समुदाय ने नमाजियों पर बरसाए फूल
Jaipur,(Shah Times) । राजस्थान की राजधानी जयपुर में इस बार ईद-उल-फित्र के मौके पर एक अनूठी मिसाल कायम हुई। दिल्ली रोड स्थित ऐतिहासिक ईदगाह में हजारों की संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने अकीदत के साथ नमाज अदा की। इस दौरान हिंदू समुदाय के लोगों ने मुस्लिम भाइयों पर गुलाब की पंखुड़ियां बरसाकर सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश दिया।
गंगा-जमुनी तहज़ीब की अनूठी झलक
इस अवसर पर हिंदू-मुस्लिम एकता का अनुपम दृश्य देखने को मिला। हिंदू समुदाय के लोग भगवा कुर्ता और कंधे पर भगवा गमछा डाले ऊंचे मंच से नमाजियों पर फूल बरसाते नजर आए। यह आयोजन ‘हिंदू-मुस्लिम एकता कमेटी’ द्वारा किया गया था, जिसका उद्देश्य समाज में प्रेम और भाईचारे का संदेश फैलाना था।
अन्य शहरों में भी रही ईद की रौनक
राजस्थान के अन्य शहरों में भी ईद का पर्व पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाया गया। अजमेर में कैसरगंज ईदगाह और ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में नमाज अदा की गई। जोधपुर में जालोरी गेट स्थित बड़ी ईदगाह में हजारों नमाजियों ने देश में अमन-चैन और खुशहाली की दुआ मांगी। सीकर में जामा मस्जिद में इमाम हाफिज मोहम्मद इब्राहिम ने नमाज अदा कराई, जहां सांसद और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।
वक्फ संशोधन बिल को लेकर शांतिपूर्ण विरोध
जयपुर ईदगाह में कुछ नमाजियों ने बांह पर काली पट्टी बांधकर वक्फ संशोधन बिल का शांतिपूर्ण विरोध किया। उनका कहना था कि यह बिल वक्फ संपत्तियों के अधिकारों पर असर डाल सकता है। हालांकि, ईदगाह में पूरी तरह सौहार्दपूर्ण माहौल बना रहा।
ईद ने दिया भाईचारे और इंसानियत का संदेश
नमाज के बाद सभी लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी और अमन-चैन की दुआ मांगी। जयपुर में हिंदू समुदाय द्वारा नमाजियों पर फूल बरसाने की इस पहल ने इंसानियत और भाईचारे का संदेश दिया कि हम सभी धर्म, जाति और संप्रदाय से ऊपर उठकर प्रेम और एकता में विश्वास रखते हैं।