
IAS Officer Farah Hussain with Her Inspiring Family of Civil Servants
IAS Farah Hussain की प्रेरणादायक कहानी, जिनका खानदान 3 IAS, 1 IPS, 5 RAS और सेना के अफसरों से भरा है। जानें कैसे उन्होंने UPSC में कामयाबी पाई और रूढ़ियों को तोड़ा।
New Delhi (Shah Times )।UPSC सिविल सेवा परीक्षा को भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में गिना जाता है। लाखों युवा हर साल इस परीक्षा में बैठते हैं, लेकिन कुछ ही इसे पास कर पाते हैं। उन्हीं में एक नाम है IAS Farah Hussain का, जिन्होंने न सिर्फ सफलता हासिल की, बल्कि एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखती हैं जहां सरकारी सेवा एक परंपरा है।
फराह हुसैन का पारिवारिक बैकग्राउंड
IAS Farah Hussain राजस्थान के झुंझुनू जिले के नवान गांव की रहने वाली हैं। उनका जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ, जिसकी पहचान पब्लिक सर्विस में योगदान के लिए है। उनका परिवार कई दशक से देश की सेवा में जुटा है, जिसमें IAS, IPS, RAS और भारतीय सेना के अधिकारी शामिल हैं।
उनके पिता अशफाक हुसैन 2016 में IAS पद पर पदोन्नत हुए और पहले जिला कलेक्टर थे। उनके चाचा लियाकत खान, IPS अधिकारी रह चुके हैं और वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष भी रहे। एक और चाचा जाकिर खान IAS अफसर हैं।
फराह की बड़ी बहन राजस्थान हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं, और उनके कई कजिन व रिश्तेदार RAS, IPS और सेना के वरिष्ठ पदों पर हैं। उदाहरण के लिए:
शाहीन खान – सीनियर RAS अधिकारी
मोनिका खान – DIG (जेल), जयपुर
ब्रिगेडियर शाकिब खान और कर्नल इशरत खान – भारतीय सेना
फराह हुसैन के पति – कमर उल जमान चौधरी, IAS अधिकारी, जोधपुर में तैनात
शैक्षिक और करियर सफर
फराह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा झुंझुनू से की और फिर मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई की। शुरू में वह डॉक्टर बनना चाहती थीं, लेकिन बाद में उनका रुझान क्रिमिनल लॉ और फिर UPSC की तरफ हुआ।
उन्होंने 2016 में 26 साल की उम्र में अपने दूसरे प्रयास में UPSC क्लियर किया और AIR 267 रैंक के साथ IAS बनीं। उनकी यह सफलता सिर्फ व्यक्तिगत नहीं थी, बल्कि यह समाज में मुस्लिम लड़कियों के लिए एक प्रेरणा बन गई।
फराह हुसैन का योगदान और प्रेरणा
फराह हुसैन ने न केवल प्रशासनिक सेवाओं में अपना योगदान दिया है, बल्कि वह महिलाओं, खासकर अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं के लिए एक रोल मॉडल भी बनी हैं। उनकी कहानी बताती है कि कैसे एक मजबूत परिवारिक सपोर्ट, शिक्षा और आत्मविश्वास के साथ कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है।
IAS फराह हुसैन की सफलता यह दर्शाती है कि कठिन मेहनत और परिवारिक समर्थन के साथ कोई भी ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है। उनका पूरा परिवार पब्लिक सर्विस में कार्यरत होकर देश के युवाओं को प्रेरणा दे रहा है। उनका सफर न केवल मुस्लिम समाज बल्कि पूरे भारत के लिए एक मिसाल है।