भारत में सदियों से रात के समय दूध पीने की परंपरा चली आ रही है। खासकर रात में बच्चों को दूध पिलाकर सुलाया जाता है। ज्यादातर माता पिता को लगता है रात के समय बच्चों को दूध देना फायदेमंद होता है।
नई दिल्ली (Shah Times): भारत में सदियों से रात के समय दूध पीने की परंपरा चली आ रही है। खासकर रात में बच्चों को दूध पिलाकर सुलाया जाता है। ज्यादातर माता पिता को लगता है रात के समय बच्चों को दूध देना फायदेमंद होता है। अगर आप भी यही सोच रहे हैं तो सावधान हो जाइए। दरअसल रात को बच्चों को दूध देना हानिकारक साबित हो सकता है। आईए जानते हैं बच्चों को क्यों नहीं देना चाहिए रात को सोते समय दूध?
ज्यादातर पेरेंट्स अपने बच्चों को रात में सोते समय दूध पिलाकर सुलाते हैं। उनका मानना है कि रात को सोते समय बच्चों को दूध देना फायदेमंद होता है लेकिन ऐसा नहीं है। अगर आप भी ये सोचकर अपने बच्चों को रात को दूध देते हैं तो जरा सावधान हो जाइए। बच्चे को रात को दूध देना उनके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। लोगों को लगता है कि दूध रात को पीने वाली ड्रिंक है मगर ऐसा नहीं है। रात को बच्चों को बिल्कुल भी दूध नहीं देना चाहिए। आइए आपको इसके पीछे का कारण बताते हैं?…
रात के समय क्यों नहीं पिलाना चाहिए बच्चों को दूध?
यदि आपके बच्चे की उम्र दो साल से ज्यादा है और उसे खांसी-जुकाम होता रहता है, तो उसे रात को दूध देने से बचना चाहिए. अगर इनके साथ ही आपके बच्चे को कब्ज और थकान भी रहती है तो ये मिल्क बिल्कुट सिंड्रोम के लक्षण हो सकते हैं आपको इस सिंड्रोम के बारे में पता होना चाहिए। अगर आप बच्चे को रात को मीठा दूध देते हैं तो इससे जुकाम और खांसी हो सकता हैं और ये एसिडिटी कर सकता हैं।
मिल्क बिस्कुट सिंड्रोम क्या होता है
मिल्क बिस्कुट सिंड्रोम कोई बीमारी नहीं है इसमें बच्चे को रात को दूध और स्नैक्स देने से रिफ्लक्स होने की समस्या हो सकती है, इसके साथ ही कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बच्चे को हो सकती है ये कोई एलर्जी या इंफेक्शन नहीं है बल्कि बस आप जो बच्चे को खाने के लिए दे रहे हैं उसकी वजह से हो रहा है।
रात को क्यों नहीं देना चाहिए बच्चों को दूध?
एक्सपर्ट्स की माने तो दूध में शुगर होती है जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है और बच्चे को हाइपरएक्टिविटी हो सकती है। जिसकी वजह से बच्चे को रात को सोने में मुश्किल हो सकती है। यदि आपको लगता है कि रात को सोने से पहले बच्चे को दूध देने से वो आराम की नींद सोता है तो आप गलत हैं क्योंकि रात को बच्चों को सोते समय दूध पिलाने की वजह से बार-बार नींद टूटती है।
बॉडी डिटॉक्सिफाइड नहीं होती है
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आप बच्चे को रात को दूध पिलाकर सुलाते हैं तो इससे उनका शरीर नेचुरली डिटॉक्सिफाइड नहीं हो पाता है। डिटॉक्सिफिकेशन प्रोसेस में प्रॉब्लम आती है। इस वजह से रात को अगर दूध देती हैं तो अब इसे बंद कर दें।
खांसी जुकाम होने पर दूध से करें परहेज?
जिन बच्चों को खांसी-जुकाम की सबसे ज्यादा समस्या रहती है उन्हें रात को दूध देने से बचना चाहिए। अगर आपके बच्चे के साथ भी ऐसी दिक्कत है तो आप कुछ दिन रात को दूध नहीं दीजिए। आपको खुद अपने बच्चे की तबीयत में फर्क नजर आएगा। उसकी जुकाम-खांसी की समस्या धीरे-धीरे कम होने लगेगी। उसके बाद से आप खुद उसे रात को दूध नहीं देंगे।
सुबह के समय देना चाहिए बच्चों को दूध
बच्चे को दूध देने का सबसे सही समय सुबह नाश्ते का समय होता है। नाश्ते के साथ ही बच्चे को दूध देना चाहिए। सुबह दूध पीने से बच्चा पूरे दिन एक्टिव रहता है और दूध आसानी से पच भी जाता है। दूध को पचाने में कोई दिक्कत भी नहीं आती है। अगर आपका बच्चा स्कूल जाता है तो सुबह स्कूल जाते हुए अपने बच्चे को दूध अवश्य दें। इससे सुबह उसका पेट भी भरा रहेगा, ओर वह एक्टिव रहेगा।