
यदि आप भी घूमने के शौकीन हैं तो हिमाचल प्रदेश कि इस जगहअवश्य जाएं।
उत्तराखंड के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश को भी अगर देवभूमि कहा जाए तो यह कुछ गलत नहीं होगा। क्योंकि हिमाचल प्रदेश में भी हमारे बहुत से सिद्ध पीठ स्थित है जहां लोग दूर-दूर से दर्शन करने आते हैं। हिमाचल प्रदेश एक ऐसा राज्य है जो अपनी सुंदरता और पहाड़ी वाले क्षेत्र को लेकर आप लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां की सुंदरता और ठंडी हवाएं लोगों का मन मोह लेने के लिए काफी है साथ ही साथ यहां लोग अपनी भाग दौड़ भरी जिंदगी में कुछ पल सुकून के बीतने के लिए आते हैं। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि हिमाचल प्रदेश में ऐसी कौन-कौन सी जगह है जिसका आनंद आप छुट्टियों में उठा सकते हैं आईए जानते हैं।
भारत के उत्तरी भाग में हिमाचल प्रदेश बसा है। ये सिर्फ एक राज्य नहीं है, बल्कि प्रकृति, संस्कृति और आध्यात्म का मेल है। बर्फ से ढकी पहाड़ियां, बहती नदियाँ, हरे-भरे जंगल और शांत वातावरण, यह सब मिलकर हिमाचल को एक पर्यटन नगरी भी बनाता हैं।
हिमाचल प्रदेश जिसे देवभूमि कहा जाता है। यह हर साल लाखों लोगों को अपनी खूबसूरती, ठंडी वादियों और रोमांच से भरपूर चीजों से आकर्षित करता है।कुल्लू, मनाली, शिमला, धर्मशाला और स्पीति जैसे नाम तो हर किसी ने सुने हैं।लेकिन आज आपको हिमाचल के एक ऐसे छोटे से हिल स्टेशन के बारे में पता चलेगा, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। शोघी जो शिमला से सिर्फ 13 किलोमीटर पहले पड़ता है। यह जगह अपनी हरियाली, शांत वातावरण और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जानी जाती है। शोघी उन यात्रियों के लिए आदर्श है, जो शोरगुल से दूर सुकून के कुछ पल बिताना चाहते हैं। इस जगह में आपको सेब के बाग, देवदार के जंगल और सुंदर ट्रेकिंग ट्रेल्स करने का मौका भी मिलेगा।
अगर आप हिमाचल कि संस्कृति, खान-पान और रहन-सहन को करीब से महसूस करना चाहते हैं, तो एक बार शोघी जरूर जाएं। इस जगह के लोगों का रहने का तरीका, लोगों की सादगी और प्राकृतिक सौंदर्य ऐसा है कि यह जगह हमेशा के लिए आपके दिल में बस जाएगी।
शोधी में घूमने वाली जगहें।
तारा देवी मंदिर
शोघी की पहाड़ी पर स्थित मां तारा का प्राचीन मंदिर लगभग 250 साल पुराना है। माना जाता है कि बंगाल के सेन राजवंश के राजा को माँ तारा ने सपने में दर्शन दिए और मंदिर बनाने का आदेश दिया था। मंदिर का पुनर्निर्माण 2018 में किया गया था। मंदिर की सजावट के लिए सोने-चांदी का इस्तेमाल किया गया है। 20 जुलाई 2018 को मां तारा देवी की मूर्ति स्थापित की गई, जिसमें 90 पुजारी शामिल हुए थे।
प्राचीन हनुमान मंदिर
शोघी के एक गांव में स्थित यह मंदिर स्थानीय लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। माना जाता है कि यहां सच्चे मन से की गई प्रार्थना जरूर पूरी होती है। साथ ही, हिमाचल के लोगों के जीवन और प्राकृतिक सौंदर्य को नजदीक से देखने का यह एक बेहतरीन जगह है।
शोघी रेलवे स्टेशन
शिमला-कालका टॉय ट्रेन का सफर किसी कहानी से कम नहीं है। यह ट्रेन 1903 में ब्रिटिश शासन के दौरान शुरू की गई थी और आज यह एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है।आप शोघी स्टेशन से इस ऐतिहासिक ट्रेन यात्रा का आनंद ले सकते हैं. यह आपके हिमाचल के सफर को और यादगार बना देगा।
चैडविक फॉल्स
1586 मीटर की ऊंचाई से गिरता यह झरना ट्रैवल करने वालो के लिए एक अद्भुत स्थल है। यहां तक पहुंचने के लिए समर हिल से ट्रेकिंग करनी पड़ती है।झरने की आवाज और आसपास का शांत वातावरण मन को शांति देता है।
करोल का टिब्बा
कंडाघाट के पास स्थित करोल का टिब्बा ट्रेकिंग और इतिहास को जानने वाले लोगों के लिए एक अच्छा स्थान है। माना जाता है कि महाभारत काल में पांडवों ने अपने वनवास के दौरान इस स्थान पर ध्यान और तपस्या की थी। आज भी यह स्थान आध्यात्मिक शांति और सुंदरता से भरा हुआ है।