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दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही और पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की है।
नई दिल्ली। मुस्लिम बुद्धिजीवियों के संगठन ‘इंडियन मुस्लिम प्रोग्रेस एंड रिफॉर्म्स’ यानि ‘इंपार’ ने मणिपुर में हाल ही में सामने आई 2 महिलाओं की नग्न परेड की घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही और पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की है। मंगलवार को एक बयान जारी करते हुए पार के अध्यक्ष डॉक्टर एमजे ख़ान ने कहा है कि मौजूदा हालात में केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह मणिपुर की बातें सिंह सरकार को इस मामले में कड़ी कार्यवाही के लिए बाध्य करे।
एमजे ख़ान ने अपने इस बयान में कहा है कि ‘इंपार’ हिंसा के ऐसे कृत्यों की कड़ी निंदा करता है, जो न केवल पीड़ितों के मानवाधिकारों और गरिमा का उल्लंघन करते हैं बल्कि हमारे समाज के ताने-बाने को भी कलंकित करते हैं। हम पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ एकजुटता से खड़े हैं और इस कठिन समय में अपना हार्दिक समर्थन देते हैं।
यह जघन्य घटना मणिपुर में विभिन्न जातीय समूहों के बीच अंतर्निहित तनाव और पूर्वाग्रहों को दूर करने की तात्कालिकता पर प्रकाश डालती है। शांति और सुलह के लिए समर्पित एक संगठन के रूप में ‘इंपार’ सभी हितधारकों से संघर्षों और शिकायतों को हल करने के साधन के रूप में बातचीत, सहानुभूति और समझ को प्राथमिकता देने का आह्वान करता है।
बयान में आगे कहा गया है कि हम सरकार से मामले की गहन और निष्पक्ष जांच करने का आग्रह करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि इस निंदनीय कृत्य के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाए। यह प्रदर्शित करने के लिए कि हमारे समाज में ऐसी हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और संभावित अपराधियों को प्रतिरोध का एक मजबूत संदेश भेजने के लिए त्वरित कार्रवाई आवश्यक है। यह समय है की केंद्र सरकार मणिपुर की बिरेन सिंह सरकार को सख्त कार्यवाही के लिए बाध्य करेI
‘इंपार’ का मानना है कि शिक्षा और जागरूकता एक ऐसे समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण उपकरण हैं जो विविधता का सम्मान करता है और अपने सभी सदस्यों के अधिकारों को बरकरार रखता है। हम राज्य सरकार और नागरिक समाज संगठनों से ऐसे कार्यक्रम विकसित करने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान करते हैं जो विभिन्न समुदायों के बीच सांस्कृतिक समझ, लैंगिक समानता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देते हैं।
इस भयावह घटना की निंदा व्यक्त करते हुए हम मणिपुर में एकता और सुलह के महत्व पर भी जोर देते हैं। हमें यह पहचानना चाहिए कि हमारी विविधता हमारी ताकत है, और आपसी सम्मान और बातचीत के माध्यम से ही हम सभी के लिए एक समृद्ध और सामंजस्यपूर्ण समाज का निर्माण कर सकते हैं।
हमारा संविधान सभी नागरिकों के लिए समानता, गरिमा और सम्मान के सिद्धांतों को स्थापित करता है, चाहे उनकी जातीयता, धर्म या लिंग कुछ भी हो। लोकतांत्रिक और प्रगतिशील समाज में हिंसा के ऐसे क्रूर कृत्यों का कोई स्थान नहीं है। हमें, एक राष्ट्र के रूप में, ऐसे अत्याचारों के खिलाफ एकजुट होना चाहिए और एक ऐसे समाज के निर्माण की दिशा में काम करना चाहिए जहां विविधता का जश्न मनाया जाए और सद्भाव कायम रहे।
‘इंपार’ मणिपुर में शांति, सहिष्णुता और सामाजिक एकजुटता को बढ़ावा देने वाली पहलों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम सभी को एक ऐसा समाज बनाने के प्रयास में हाथ मिलाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं जहां हिंसा, भेदभाव और असहिष्णुता का कोई स्थान नहीं है।
बता दें कि मणिपुर में सामने आई दुखद घटना से देश आहात है। वहां 19 जुलाई 2023 को एक भयावह वीडियो सामने आया है, जिसमें दो कुकी महिलाओं को नग्न परेड करते हुए दिखाया गया है, जिनमें से एक कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार का शिकार हो गई है। यह घटना 4 मई को कांगपोकपी जिले के बी फीनोम गांव में मेइतेई और कुकी के बीच जातीय संघर्ष की शुरुआत के बाद हुई।
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