
इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) ने हाल ही में दिसंबर 2024 तक लोन लेने वाले ग्राहकों का एक आंतरिक सर्वेक्षण किया और 10 मार्च को एक्सचेंज में इस सर्वेक्षण की रिपोर्ट दाखिल की। जिसके बाद इंडसइंड बैंक की नेटवर्थ में करीब 2.35% की गिरावट आई है। आपको बता दें कि इंडसइंड बैंक के प्रमोटर हिंदुजा समूह के तहत आने वाली इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड ने चौथी तिमाही या अगले वित्त वर्ष तक अपने घाटे को कवर करने की योजना बनाई है।
नई दिल्ली (शाह टाइम्स) इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) के शेयरों ने आज निवेशकों को खून के आंसू रुला दिए हैं. एक बुरी खबर की वजह से इस बैंक के शेयरों में 25 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है. दरअसल, शेयरों में ये तेज गिरावट बैंक द्वारा अपने डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में अनियमितताओं का खुलासा करने के बाद आई है. भारी गिरावट के साथ इस बैंक के शेयर का बाजार पूंजीकरण जनवरी 2024 के अपने चरम से अब तक 78,762 करोड़ रुपये कम हो चुका है क्या आप जानते हैं कि इस बैंक का मालिक कौन है, इसकी शुरुआत कब हुई थी
कब हुई थी शुरुआत
इंडसइंड बैंक एक पुराना निजी क्षेत्र का बैंक है. इसकी शुरुआत साल 1994 में हुई थी. खास बात ये है कि उस समय भारत के वित्त मंत्री थे डॉ. मनमोहन सिंह और उन्होंने ही इंडसइंड बैंक का उद्घाटन किया था हालांकि, इस बैंक के प्रमोटर हिंदुजा ब्रदर्स हैं, जो अरबपति एनआरआई हैं। इंडसइंड बैंक भारत का पहला निजी क्षेत्र का बैंक है इंडसइंड बैंक कॉरपोरेट, रिटेल, निवेश बैंकिंग और पूंजी बाजार गतिविधियों में सक्रिय है। इंडसइंड बैंक का नाम सिंधु घाटी सभ्यता के नाम पर रखा गया था। इस बैंक ने 17 अप्रैल 1994 को काम करना शुरू किया था। निजी क्षेत्र की बैंकिंग में अच्छी सफलता मिलने के बाद इंडसइंड बैंक ने आईपीओ के जरिए शेयर बाजार में कदम रखा।
कौन है इंडसइंड बैंक के प्रमोटर
आज शेयरों में भारी गिरावट के बाद इंडसइंड बैंक के प्रमोटर अशोक हिंदुजा ने मीडिया को भरोसा दिलाया है कि बैंक की वित्तीय स्थिति मजबूत बनी हुई है और अगर किसी तरह की पूंजी की जरूरत पड़ी तो उसे पूरी मदद दी जाएगी। क्योंकि, बैंकिंग व्यवसाय ईमानदारी और विश्वास पर आधारित है।
ये है कुछ आकड़े
दिसंबर तिमाही में बैंक ने अपने स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट में 39% की गिरावट दर्ज की है, जो पिछले साल की समान तिमाही के 2,298 करोड़ रुपये की तुलना में 1,401 करोड़ रुपये रहा। हालांकि, कर पश्चात लाभ (पीएटी) स्ट्रीट के 1,282 करोड़ रुपये के अनुमान से अधिक था। शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में 5,296 करोड़ रुपये के मुकाबले 5,228 करोड़ रुपये रही। शुद्ध ब्याज मार्जिन वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में 4.29% और वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में 4.08% से घटकर 3.93% हो गया।