
राष्ट्रहित के लिए आतंकियों पर कार्रवाई करने में कोई हिचक नहीं : ईरान
नई दिल्ली। पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों हवाई हमलों के बाद ईरान का बड़ा बयान सामने आया है. ईरान ने कहा है कि अपने राष्ट्रहित के लिए उसे आतंकियों पर कहीं भी कार्रवाई करने में कोई हिचक नहीं है। लेकिन दूसरी तरफ ईरान ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला कर अपनी अपनी मुश्किलों में बढ़ोतरी कर ली है ।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक ईरान में बीएलए आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर यह हमले किए गए हैं।
पाकिस्तान ने ईरान के हवाई हमलों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। जैश अल अदल आतंकी संगठनों के ठिकानों को टारगेट करने के लिए ईरान ने बलूचिस्तान पर मिसाइलें बरसाईं थीं। जवाबी कार्रवाई करते हुए अब पाक ने ईरान में स्थित बलूची आतंकियों के ठिकानों पर हमला किया है।
पाकिस्तान दावा करता है कि ईरान के अंदर बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी बलूचिस्तान लिबरेशन फोर्स जैसे बलूच अलगाववादी उग्रवादी समूह सक्रिय हैं, जो पाकिस्तान विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हैं. ईरान या पाकिस्तान की ओर से भी इस हमले को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
अलबत्ता पाकिस्तान पर हवाई हमले के बाद ईरान के एक मिलिट्री ऑफिसर की हत्या कर दी गई है ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के एक ऑफिसर की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। यह वारदात पाकिस्तान और अफगानिस्तान से लगते ईरान के दक्षिणपूर्वी प्रांत में हुई है।
काबिले जिक्र है इससे पहले पाकिस्तान ने बलूचिस्तान प्रांत में एक सुन्नी आतंकी संगठन से जुड़े ठिकानों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए जाने पर ईरान को ‘संगीन नतीजे’ भुगतने की चेतावनी दी है। ईरान के इन हमलों में दो बच्चों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। ईरानी मीडिया ने बताया कि पाकिस्तान में आतंकवादी समूह जैश-अल-अदल के दो ठिकानों को मंगलवार को मिसाइलों से निशाना बनाया।
इसके अलावा, पाकिस्तान ने बुधवार को ईरान से अपने राजदूत को वापस बुला लिया और सभी आगामी उच्च स्तरीय द्विपक्षीय यात्राएं निलंबित कर दीं।
पाकिस्तान के फॉरेन मिनिस्ट्री ने कहा, ‘‘पिछली रात ईरान द्वारा बिना उकसावे के पाकिस्तान की संप्रभुता का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन किया जाना अंतरराष्ट्रीय कानून तथा संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के उद्देश्यों एवं सिद्धांतों का उल्लंघन है। यह गैर कानूनी कार्रवाई बिल्कुल अस्वीकार्य है और उसे किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता।’’







