
Massive explosions in Tel Aviv skyline as Iran launches missile offensive in retaliation – Exclusive visuals by Shah Times.
🔥 ईरान-इजरायल संघर्ष: “ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3” बनाम “राइजिंग लायन” – पश्चिम एशिया की नई जंग की शुरुआत?
ईरान ने ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3 के तहत इजरायल पर जबरदस्त मिसाइल हमला किया, तेल अवीव और यरुशलम में धमाकों से मचा हड़कंप। इजरायल के ऑपरेशन राइजिंग लायन का जवाब बना यह हमला। शाह टाइम्स पर पढ़ें इस युद्ध की हर अपडेट।
🔴 ईरान-इजरायल संघर्ष में नई तेजी, लेबनान और जॉर्डन की सीमाओं से भी मिसाइल हमले
तेहरान/यरुशलम,(Shah Times)|
पश्चिम एशिया में तनाव चरम पर पहुंच चुका है। ईरान ने इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करते हुए शुक्रवार देर रात ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3’ के तहत तेल अवीव, यरुशलम और हाइफा सहित कई शहरों पर सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन दागे। ईरानी मीडिया ने बताया कि यह हमला हाल ही में इजरायल द्वारा किए गए उस हवाई हमले का बदला है जिसमें मेजर जनरल मोहम्मद बाघेरी, आईआरजीसी प्रमुख हुसैन सलामी और एयरोस्पेस कमांडर आमिर अली हाजीजादेह की मौत हुई थी।
🔥 तेल अवीव में धमाके, एयर डिफेंस सिस्टम ने कई मिसाइलें रोकीं
इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) के अनुसार, देश के एयर डिफेंस सिस्टम ‘आयरन डोम’ ने अधिकतर मिसाइलों को मार गिराया, लेकिन कुछ मिसाइलें घनी आबादी वाले इलाकों में गिर गईं, जिससे अफरातफरी मच गई।
सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में कम से कम एक महिला की मौत और दर्जनों लोग घायल हुए हैं।
🛫 इजरायल का पलटवार: ईरान के परमाणु ठिकानों पर फिर हमला
ईरान के मिसाइल हमले के कुछ ही घंटों बाद, इजरायली वायुसेना ने फिर से ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। ताजा हमलों में 78 ईरानी नागरिकों की मौत की पुष्टि की गई है।
🌐 लेबनान और जॉर्डन से भी हमले
इजरायल पर मिसाइल हमले लेबनान और जॉर्डन की सीमाओं से भी किए गए, जिससे यह संघर्ष और अधिक क्षेत्रीय रूप लेता जा रहा है।
🛡️ नेतन्याहू बोले: “परमाणु खतरे को खत्म करेंगे”
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि “इजरायल का लक्ष्य है देश के खिलाफ परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल खतरों को जड़ से खत्म करना।”
🇮🇷 ईरान की नई सैन्य रणनीति: नया सेनापति नियुक्त
अयातुल्ला अली खामेनेई ने मेजर जनरल अमीर हातमी को सेना का नया कमांडर इन चीफ नियुक्त किया है। माना जा रहा है कि यह कदम ईरान की रक्षा रणनीति में बदलाव का संकेत है। हातमी पहले रक्षा मंत्री रह चुके हैं।
🌍 भूमिका: मध्य-पूर्व की नई आग?
ईरान और इजरायल के बीच चल रही टकराव की राजनीति अब खुली जंग में तब्दील हो चुकी है। इजरायल के “ऑपरेशन राइजिंग लायन” के जवाब में ईरान ने “ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3” शुरू किया। यह टकराव केवल दो राष्ट्रों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि लेबनान, जॉर्डन और सीरिया जैसे पड़ोसी देशों को भी लपेट में ले चुका है। इस बढ़ते युद्ध के संकेत वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी हैं।
🚀 ईरान का जवाब: “ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3”
ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) ने इजरायल पर सैकड़ों मिसाइलें और ड्रोन हमले किए।
ईरानी मीडिया के मुताबिक, यह हमला जनरल मोहम्मद बाघेरी, हुसैन सलामी और आमिर अली हाजीजादेह की हत्या का बदला है। ये तीनों ईरान की सैन्य शक्ति की रीढ़ माने जाते थे।
तेहरान ने इस ऑपरेशन के माध्यम से यह संदेश देने की कोशिश की कि ईरान अब केवल रक्षात्मक मुद्रा में नहीं रहेगा, बल्कि आक्रामक रुख भी अपनाएगा।
🛡️ इजरायल की प्रतिक्रिया: आयरन डोम और पलटवार
इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने दावा किया कि अधिकांश मिसाइलें “आयरन डोम” डिफेंस सिस्टम द्वारा नष्ट कर दी गईं। हालांकि, कुछ मिसाइलें तेल अवीव और यरुशलम के भीड़-भाड़ वाले इलाकों में गिरीं, जिससे दहशत का माहौल पैदा हो गया।
इजरायल ने त्वरित पलटवार करते हुए ईरान के सैन्य व परमाणु ठिकानों पर फिर से हमले शुरू किए। इस “सर्जिकल स्ट्राइक” में ईरान को भारी नुकसान पहुंचा है और 70 से अधिक मौतों की पुष्टि हुई है।
🔁 ऑपरेशनों का नाम और रणनीति
देश | ऑपरेशन का नाम | उद्देश्य |
---|---|---|
इजरायल | Operation Rising Lion | ईरान की परमाणु क्षमताओं को निष्क्रिय करना |
ईरान | Operation True Promise 3 | ईरानी नेताओं की हत्या का बदला लेना |
🧭 भू-राजनीतिक असर: तीसरे मोर्चे की संभावना?
- लेबनान और जॉर्डन की एंट्री: इजरायल पर हमले केवल ईरान तक सीमित नहीं रहे। लेबनान और जॉर्डन की सीमाओं से भी मिसाइल दागी गईं, जो इस संघर्ष को क्षेत्रीय युद्ध में बदल सकती हैं।
- तेहरान में जश्न: ईरान में हमले के बाद सड़कों पर लोगों ने जश्न मनाया। यह इस बात का संकेत है कि जनता की भावनाएं आक्रामक नीतियों के साथ हैं।
- ईरान की सैन्य कमान में बदलाव: मेजर जनरल अमीर हातमी को सेना का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है, जो एक दीर्घकालिक सैन्य रणनीति का संकेत देता है।
🧨 क्या यह युद्ध आगे बढ़ेगा?
विश्लेषकों का मानना है कि यह संघर्ष जल्द थमने वाला नहीं है। दोनों देशों की सामरिक क्षमताएं और वैश्विक सहयोगी (जैसे अमेरिका, रूस, चीन) इस युद्ध को और अधिक जटिल बना सकते हैं।
- इजरायल का फोकस परमाणु खतरे को समाप्त करने पर है।
- ईरान की रणनीति क्षेत्रीय प्रभुत्व स्थापित करने की है।
🧠 शांति की संभावनाएं क्षीण
ईरान और इजरायल के बीच यह युद्ध केवल सीमित सैन्य संघर्ष नहीं है, बल्कि वैचारिक और सामरिक टकराव है। पश्चिम एशिया में जो नई आग लगी है, वह पूरे विश्व की शांति व्यवस्था को प्रभावित कर सकती है।
संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक शक्तियों को इस संघर्ष को कूटनीतिक तरीके से सुलझाने में जल्द हस्तक्षेप करना चाहिए, वरना इसका दायरा और गहराई दोनों खतरनाक हो सकते हैं।