
Israel and Hamas Ceasefire
Israel-Hamas war: इजरायल और हमास (Israel-Hamas) में जारी जंग के बीच गाजा में मानवीय आधार पर संघर्षविराम के लिए पेश प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र (United Nations) महासभा में पारित हो गया है, ये प्रस्ताव जॉर्डन (Jordan) की ओर से पेश किया गया था, प्रस्ताव के पक्ष में 120 वोट पड़े, जबकि विरोध में 14 वोट आए।

पेट का भी प्यारा और गोद का भी कसम खाऊं तो किसकी 45 देशों ने वोटिंग से खुद को दूर रखा, भारत (India) ने भी वोटिंग से दूरी बनाई। भारत (India) ने युद्ध विराम के प्रस्ताव का साथ न देकर वोटिंग से खुद को बाहर रखा। लेकिन इसमें ख़बर यह है कि पड़ोस का कोई भी देश इस निर्णय में उसके साथ नहीं था-भूटान (Bhutan), नेपाल (Nepal) और श्रीलंका (Sri Lanka) ने भी प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया।

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दरअसल,इजरायल-फिलिस्तीन संकट ( Israel-Palestine Crisis) पर संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) का आपातकालीन विशेष सत्र बुलाया गया है, इसी सत्र में ये प्रस्ताव जॉर्डन (Jordan) की ओर से लाया गया था। इस प्रस्ताव में तत्काल संघर्षविराम का आह्वान किया गया था। हालांकि, इस प्रस्ताव में 7 अक्टूबर को हमास की ओर से किए गए हमलों का कोई जिक्र नहीं था, कनाडा ने प्रस्ताव में संशोधन का प्रस्ताव देते हुए हमास (Hamas) के हमलों की निंदा की थी, लेकिन कनाडा (Canada) का ये संशोधित प्रस्ताव पास नहीं हो सका।

इस पर संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मुनीर अकरम ने कहा कि अगर कनाडा (Canada) का प्रस्ताव निष्पक्ष होता तो वो हमास के साथ-साथ इजरायल का नाम भी लेता, उन्होंने कहा कि अगर आपको निष्पक्ष और न्यायसंगत होना है तो इजरायल का नाम भी लेना होगा।







