इजरायल का खज़ाना हुआ खाली,क्या जंग का खामियाज़ा बर्दाश्त करेगी इजरायली जनता ? 

इजरायल के फाइनेंस मिनिस्ट्री ने जंग की बढ़ती लागत को पूरा करने के लिए मुल्क के सबसे कम आमदनी वाले बाशिंदों पर टैक्स बढ़ाने का प्रपोजल दिया है दूसरे प्रपोज्ड बदलाव में बेरोजगारों के लिए इंश्योरेंस कंट्रीब्यूशन का इजाफा और पेंशन कंट्रीब्यूशन से ज्यादा पैसा निकालना शामिल है।

New Delhi,(Shah Times)।  इजराइल और ईरान के दरमियान  टेंशन बरकरार है। इजरायल लगातार ईरान हिमायत हिजबुल्लाह पर हमले कर रहा है हालांकि हिजबुल्लाह भी इन हमलों का करारा जवाब दे रहा है और इजराइल पर लगातार बमबारी भी कर रहा है ।

ईरान हमास और हिजबुल्लाह के खिलाफ तीन मोर्चों पर एक साथ जंग लड़ रही है अब इजराइली सेना को मिसाइलों और रॉकेटों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है और यह भी टेंशन का मसला है क्योंकि ईरान और हिजबुल्लाह ने अभी तक पूरी ताकत से हमला नहीं किया है।

रिपोर्ट की माने तो एक साल से जारी जंग में इजरायल के पास गोला-बारूद खत्म हो रहा है। इजरायल इसे लेकर परेशान भी है। रिपोर्ट में इजरायल के रिटायर मिलिट्री अफसर का हवाला देते हुए कहा गया है कि अमेरिका इजरायल की इस मुश्किल को समझता है और उसकी हर मुमकिन मदद कर रहा है। 

एक्सपर्ट ने इजरायली ज़राए के हवाले से वार्निंग दी है कि यदि ईरान इजरायल पर जवाबी हमला जारी रखता है और हिजबुल्लाह भी पूरी ताकत से हमला करता है तो यह इजरायल के लिए बेहद टेंशन वाली बात हो सकती है।

एक्सपर्ट और रिटायर मिलिट्री अफसरों का हवाला देते हुए फाइनेंशियल टाइम्स ने कहा कि वाशिंगटन इस मुद्दे को सुलझाने के लिए इजरायल की मदद कर रहा है, ख़ास तौर से टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस मिसाइल सिस्टम (THAAD) भेजने के अपने वादे को पूरा कर रहा है।

 पूर्व अमेरिकी डिफेंस अफसर डाना स्ट्रॉल ने कहा, “तीन मोर्चों पर घिरे इज़रायल के लिए गोला-बारूद का मुद्दा संगीन है। अगर ईरान इज़रायल के हमले का जवाब देता है और हिज़्बुल्लाह भी इसमें शामिल हो जाता है, तो इज़रायल की एयर डिफेंस खतरे में पड़ सकती है।” उन्होंने कहा कि इजरायल को गोला-बारूद की सप्लाई अनलिमिटेड नहीं हो सकती, क्योंकि अमेरिका पहले ही रूस के खिलाफ जंग में यूक्रेन को भी मदद कर रहा है।

टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक़, मिसाइल इंटरसेप्टर बनाने वाली कंपनी इज़रायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के सीईओ बोअज़ लेवी ने कहा, “हमारी यूनिट्स हफ्ते के सातों दिन और 24 घंटे काम कर रही हैं। हमारा मकसद अपने सभी जिम्मेदारियों को पूरा करना है।” इजरायल की एयर डिफेन्स सिस्टम में आयरन डोम सबसे अहम है, जिसका इस्तेमाल वह कम दूरी की मिसाइलों को अपने इलाके में घुसपैठ करने से रोकने और मार गिराने के लिए करता है। 

पूर्व आईडीएफ जनरल असफ ओरियन का कहना है कि इजरायल पर अभी उतना बड़ा हमला नहीं हुआ है, लेकिन इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि फ्यूचर में ऐसा न हो मगर हालात लगातार इजरायल के खिलाफ होते जा रहे हैं। अभी लेबनान में ईरान हिमायत हिजबुल्लाह ने अपनी पूरी ताक़त का इस्तेमाल नहीं किया है।

टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक इस दरमियान, इजरायल के फाइनेंस मिनिस्ट्री ने जंग की बढ़ती लागत को पूरा करने के लिए मुल्क के सबसे कम आमदनी वाले बाशिंदों पर टैक्स बढ़ाने का प्रपोजल दिया है दूसरे प्रपोज्ड बदलाव में बेरोजगारों के लिए इंश्योरेंस कंट्रीब्यूशन का इजाफा और पेंशन कंट्रीब्यू से ज्यादा पैसा निकालना शामिल है।

 टाइम्स ऑफ इजरायल ने बताया कि फिलिस्तीन और लेबनान के खिलाफ अपने जंग के लिए इजरायल की डायरेक्ट कास्टिंग 57 बिलियन डॉलर से ज्यादा होने का इमकानात है। 

इसी दौरान अमेरिका लगातार इजरायल को ईरान के न्यूक्लियर बेस और ऑयल रिफाइनरी पर हमला न करने के लिए मनाने की कोशिश कर रहा था। अब बिडेन ने इजरायल को इसके लिए मना लिया है।

 वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका से कहा है कि इजरायल ईरानी मिलिट्री बेस पर हमला करने के लिए तैयार है, न कि न्यूक्लियर या ऑयल प्लांट्स पर। 

इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमरीकी राष्ट्रपति जो बिडेन से यह टिप्पणी तब की जब दोनों ने पिछले हफ्ते फोन पर बात की और 1 अक्टूबर को ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले का जवाब देने की इजरायल के मंसूबे पर चर्चा की, जिसे अमेरिका ने कम करने की कोशिश की है।

  

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