जानिए संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण की मुख्य बातें, इमरजेंसी को बताया काला अध्याय

नई दिल्ली, (शाह टाइम्स)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार यानि कि 27 जून को संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र में अपना अभिभाषण दिया। जिस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने केंद्र की मोदी सरकार की पिछले 10 साल की उपलब्धियों का भी जिक्र किया।

आपको बता दें कि अभिभाषण की शुरुआत करने से पहले राष्ट्रपति मुर्मू ने सभी नवनिर्वाचित सांसदों को बधाई दी। इसके अलावा, उन्होंने हाल ही में लोकसभा चुनाव संपन्न कराने को लेकर निर्वाचन आयोग की भी तारीफ की। उन्होंने जम्मू-कश्मीर को लेकर कहा कि इस बार घाटी में दशकों का रिकॉर्ड टूटा है। काफी संख्या में लोगों ने वहां मतदान भी किया। इसके अलावा राष्ट्रपति ने सरकार की तरफ से एंटी-पेपर लीक कानून का भी जिक्र किया हैं।

आईए जानते हैं 4 मुख्य बाते

  • तीसरी बार पर जताया भरोसा

राष्ट्रपति ने कहा कि 6  दशकों के बाद देश में पूर्ण बहुमत वाली एक स्थिर सरकार बनी है। उन्होंने कहा कि लोगों ने तीसरी बार इस सरकार पर भरोसा दिखाया है। लोगों को पता है कि केवल यही सरकार उनकी आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है।

18वीं लोकसभा कई मायनों में ऐतिहासिक है। इस लोकसभा का गठन अमृत काल के शुरुआती वर्षों में हुआ। सरकार इस कार्यकाल का पहला बजट पेश करने जा रही है। यह बजट सरकार की दूरगामी नीतियों और भविष्यवादी दृष्टिकोण का एक प्रभावी दस्तावेज होगा। इस बजट में बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसलों के साथ-साथ कई ऐतिहासिक कदम भी देखने को मिलेंगे।

  • आने वाला समय होगा ग्रीन एरा, बनेगें सहायक उपकरण

राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में आगे कहा कि आने वाला समय ग्रीन एरा यानि हरित युग का है। सरकार इसके लिए भी हर जरूरी कदम उठा रही है। हम हरित उद्योगों पर निवेश बढ़ा रहे हैं, जिससे ग्रीन जॉब भी बढ़े हैं। मेरी सरकार दिव्यांग भाइयों और बहनों के लिए स्वदेशी सहायक उपकरण बना रहे हैं। वंचितों की सेवा का ये संकल्प ही सच्चा सामाजिक न्याय है। मेरी सरकार की योजनाओं में देश के गरीब, युवा, नारी शक्ति और किसानों को अहम महत्व दिया जा रहा है। देश तभी विकास कर सकता है। इसलिए मेरी सरकार की योजनाओं में सर्वोच्च प्राथमिकता इन्ही चार स्तंभों को दी जा रही है। हमारी कोशिश इनको हर सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने की है।

  • भारत को बताया दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था

राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार अर्थव्यवस्था के तीनों स्तंभों – विनिर्माण, सेवाएं और कृषि को बराबर महत्व दे रही है। पीएलआई योजनाओं और व्यापार करने में आसानी से बड़े पैमाने पर निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। पारंपरिक सेक्टर के साथ-साथ सनराइज सेक्टर को भी मिशन मोड पर बढ़ावा दिया जा रहा है। राष्ट्रपति ने आगे कहा कि रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के संकल्प ने आज भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना दिया है।

  • 25 जून 1975 (इमरजेंसी) को बताया काला अध्याय

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने भाषण में इमरजेंसी का जिक्र करते हुए कहा कि जब संविधान बनाया जा रहा था तब भी दुनिया में ऐसी ताकतें थीं जो भारत के असफल होने की कामना कर रही थीं। देश में संविधान लागू होन के बाद भी संविधान पर अनेक बार हमले हुए।

आज 27 जून है। 25 जून 1975 को लागू हुआ आपातकाल संविधान पर सीधे हमले का सबसे बड़ा और काला अध्याय था। तब पूरे देश में हाहाकार मच गया था। लेकिन ऐसी असंवैधानिक ताकतों पर देश ने विजय प्राप्त करके दिखाई। क्योंकि भारत के मूल में गणतंत्र की परंपराएं रही हैं।

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