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210 करोड़ की ठगी में नाम आने के बाद लविश चौधरी ने खुद को नवाब खान और राशिद अली बताया, अफ्रीका में नई कंपनी रजिस्टर कर निवेशकों को गुमराह करने की कोशिश
लविश चौधरी, जिनका नाम क्यूएफएक्स घोटाले में सामने आया था, ने खुद को बचाने के लिए अपना नाम बदल लिया है। उन्होंने अफ्रीका के क्यूमोरोक्स मोहिली आइलैंड में ‘योकर कैपिटल मार्केट’ के नाम से कंपनी रजिस्टर कराई है।
लविश चौधरी: पहचान बदलने का खेल और निवेशकों को गुमराह करने की साजिश
वित्तीय अपराधों की दुनिया में नाम और पहचान बदलने के कई मामले सामने आते रहे हैं, लेकिन जब ठगी के आरोपों में फंसा व्यक्ति बार-बार नाम बदलकर नया कारोबार खड़ा करे, तो यह एक गंभीर चिंता का विषय बन जाता है। लविश चौधरी का मामला इसी का उदाहरण है, जो पहले क्यूएफएक्स घोटाले में नाम आने के बाद अब ‘योकर कैपिटल मार्केट’ नाम की नई कंपनी के जरिये निवेशकों को प्रभावित करने का प्रयास कर रहा है।
यह जरूरी है कि प्रवर्तन एजेंसियां इस तरह के मामलों पर सतर्कता बरतें और निवेशकों को भी सचेत रहना चाहिए। बिना सही जांच-पड़ताल के किसी भी स्कीम में निवेश करने से पहले सतर्कता जरूरी है, ताकि वे किसी धोखाधड़ी का शिकार न बनें।
ठगी के इल्जामों से बचने के लिए लविश चौधरी ने बदला नाम, अफ्रीका में ‘योकर कैपिटल मार्केट’ के नाम से कंपनी रजिस्टर कराई
क्यूएफएक्स घोटाले में नाम आने और प्रतिबंध लगने के बाद, लविश चौधरी ने खुद को बचाने के लिए पहचान बदल ली है। रिपोर्ट्स के अनुसार, उसने अफ्रीका महाद्वीप के क्यूमोरोक्स मोहिली आइलैंड में ‘योकर कैपिटल मार्केट’ के नाम से एक नई कंपनी का पंजीकरण कराया है।
तीन अलग-अलग नामों का इस्तेमाल
लविश चौधरी ने अफ्रीका में कंपनी रजिस्टर कराते समय अपना नाम राशिद अली बताया।
क्यूएफएक्स घोटाले में हिमाचल के मंडी थाने में दर्ज 210 करोड़ की ठगी के केस में उसका दूसरा नाम नवाब खान सामने आया।
वहीं, निवेशकों के बीच वह अब भी लविश चौधरी के नाम से पहचाना जाता है।
इस तरह, लविश चौधरी तीन अलग-अलग नामों से अपनी पहचान छुपाने और नए निवेशकों को आकर्षित करने की कोशिश कर रहा है।
1300 करोड़ का व्यापार और नई स्कीमें
सूत्रों के अनुसार, ‘योकर कैपिटल मार्केट’ के माध्यम से लविश चौधरी टीएलसी 2.0 जैसी योजनाओं को संचालित कर रहा है। दावा किया जा रहा है कि इस कंपनी का बिजनेस 1300 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है।
क्रिकेट टीम खरीदने की साजिश: निवेशकों को आकर्षित करने की नई चाल?
लविश चौधरी ने अपनी साख बनाए रखने और लोगों का विश्वास जीतने के लिए खेल जगत में भी कदम रखा। उसने ‘यूपी नवाब क्रिकेट टीम’ बनाई और कई नामी क्रिकेट खिलाड़ियों को अपनी टीम में शामिल किया, जिनमें शामिल हैं:
रहमानुल्ला गुरबाज (विकेटकीपर-बल्लेबाज)
टेमाल मिल्स (तेज गेंदबाज)
आंद्रे फ्लेचर (पावर-हिटिंग बल्लेबाज)
आदिल राशिद (लेग-स्पिनर)
डाविड मलान
क्या लविश चौधरी पर होगी सख्त कार्रवाई?
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और अन्य जांच एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं। यह स्पष्ट है कि लविश चौधरी कई नामों का उपयोग कर नए-नए कारोबार खड़े कर रहा है, ताकि वह जांच एजेंसियों की पकड़ से बच सके।
लविश चौधरी पर पहले से 210 करोड़ की ठगी का आरोप है।
अफ्रीका में उसने ‘योकर कैपिटल मार्केट’ नाम से कंपनी रजिस्टर कराई है।
वह खुद को तीन नामों से पहचान दे रहा है – लविश चौधरी, नवाब खान और राशिद अली।
उसने अपनी नई कंपनी के जरिए टीएलसी 2.0 जैसी योजनाएं चलाई हैं।
क्रिकेट टीम बनाकर उसने निवेशकों का विश्वास जीतने की कोशिश की।
अब देखना यह है कि क्या जांच एजेंसियां इस मामले में कोई कड़ा कदम उठाएंगी या फिर लविश चौधरी इसी तरह अपनी पहचान बदलकर नए निवेशकों को गुमराह करता रहेगा।
निवेशकों को सलाह: किसी भी कंपनी या स्कीम में निवेश करने से पहले उसकी प्रमाणिकता की पूरी जांच कर लें। ठगी से बचने के लिए सरकारी नियामक संस्थाओं की वेबसाइट पर जानकारी प्राप्त करें।