
तंबाकू रहित भविष्य के लिए मिलकर करें काम
नई दिल्ली। पीपुल्स कल्चरल सेंटर (PECUC) एक प्रसिद्ध गैर-सरकारी संगठन ने ‘गठबंधन ऑफ टोबैको फ्री ओडिशा’ (‘Coalition of Tobacco Free Odisha) के सहयोग से डिप्टी स्पीकर हॉल, कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया, दिल्ली में युवाओं में तम्बाकू सेवन की बढ़ती समस्या को रोकने के एक महत्वपूर्ण प्रयास में भविष्य की सुरक्षा पर एक राष्ट्रीय वार्तालाप का आयोजन किया।
कार्यक्रम का उद्देश्य, “भविष्य की सुरक्षा: तंबाकू से युवाओं की रक्षा करना” विषय को लेकर युवा, राजदूतों, सिविल सोसायटी आर्गनाइजेशंस, स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों और संसद सदस्यों के बीच समावेशी सहयोग के लिए एक मंच प्रदान करना था। जिसके तहत युवा तंबाकू के उपयोग के महत्वपूर्ण मुद्दों से निपटने, सुरक्षा और रोकथाम के लिए सर्वव्यापी रणनीति विकसित करना प्राथमिक उद्देश्य रखा गया था।
प्रमुख ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. रंजीत ने कैंसर (cancer) और अन्य बीमारियों के साथ इसके संबंध पर प्रकाश डालते हुए तंबाकू से होने वाले महत्वपूर्ण नुकसान पर प्रकाश डाला, जो न केवल व्यक्तियों को प्रभावित करता है, बल्कि महिला में बांझपन से लेकर कार्डियक अरेस्ट तक सब कुछ प्रभावित करता है।
अधिवक्ता रणजीत सिंह ने समस्या और समाधान दोनों के रूप में युवाओं की दोहरी स्थिति पर जोर दिया। उन्होंने सिंगल स्टिक और हुक्का बार की बिक्री पर रोक लगाने जैसे सख्त कानूनों की आवश्यकता को रेखांकित किया। सिंह ने युवा पीढ़ी से बदलाव के लिए बोलने और समाज में तंबाकू के प्रति दृष्टिकोण को बदलने में सहायक बनने का आह्वान किया।
इस वार्तालाप में कई सांसदों ने सक्रिय हिस्सा लिया। सांसद महेश साहू (Mahesh Sahu) ने इस मुद्दे पर प्रकाश डाला कि तंबाकू से संबंधित बीमारियों से जुड़े भारी चिकित्सा खर्चों के मद्देनजर, केंद्र और राज्य दोनों सरकारों को तंबाकू के उपयोग को कम करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
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सांसद निरंजन बिशी (Niranjan Bishi) ने ओडिशा (Odisha) को तंबाकू के सेवन से मुक्त कराने के प्रयास का समर्थन करते हुए स्कूल में नामांकित बच्चों के बीच जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। पीईसीयूसी के प्रयासों की सराहना करते हुए संसद सदस्य सुलता देव ने सीओटीपीए को मजबूत करने व कॉलेजों और स्कूलों के नजदीक तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर सख्त निगरानी के साथ-साथ कड़े कानून का सुझाव दिया।
स्तुति रंजन प्रधान, मानस पाढ़ी, निक्की मलिक, सश्मिता और विभिन्न राज्यों के अन्य युवा राजदूतों ने तंबाकू के उपयोग की कानूनी उम्र को बढ़ाकर 21 वर्ष करने, तंबाकू की कीमत बढ़ाने और सिंगल स्टिक की बिक्री को गैरकानूनी घोषित करने का सुझाव दिया। सांसद सुजीत कुमार ने कहा, ”हमें कड़े कानून की जरूरत है। हमें इस दिशा में जमीनी स्तर पर भी काम करने की जरूरत है क्योंकि हम लोगों से सीधे संपर्क में हैं।’
राज्यसभा सदस्य भुवनेश्वर कलिता ने पीईसीयूसी की पहल की सराहना की और तंबाकू मुक्त भारत की स्थापना के लिए एक बहुआयामी रणनीति का सुझाव दिया जिसमें कानून, शुल्क, सार्वजनिक स्वास्थ्य पहल और सामुदायिक अभियान शामिल हैं।
ओडिशा के राज्यसभा सदस्य मुजीबुल्लाह खान ने कहा, “युवाओं के बीच धूम्रपान एक फैशन बन गया है। सबसे पहले माता-पिता को अपने बच्चों को इसके परिणामों के बारे में जागरूक करना चाहिए। वांछित बदलाव लाने के लिए हम सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है।”
पीईसीयूसी के सचिव रंजन कुमार मोहंती (Ranjan Kumar Mohanty) ने अतिथियों का स्वागत किया और कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम के समापन पर पीईसीयूसी की कार्यकारी निदेशक अनुराधा मोहंती ने इस प्रयास और तंबाकू मुक्त समाज का समर्थन करने के लिए आने वाले सभी लोगों, विशेषकर युवाओं को धन्यवाद दिया।