
Citizens navigating flooded streets during the intense Monsoon rains across various Indian states. Stay safe and informed with Shah Times.
मौसम विभाग की चेतावनी: अगले सात दिनों तक देशभर में भारी बारिश का दौर जारी
उत्तराखंड और हिमाचल में भारी बारिश का अलर्ट, सावधान रहें।
मॉनसून का दौर जारी: देशभर में भारी बारिश, बाढ़ की स्थिति, और अगले दिनों का मौसम अलर्ट
देश में मॉनसून का मौसम पूरे जोश से जारी है। पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी क्षेत्रों तक झमाझम बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। कई राज्यों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी परिस्थितियां बन गई हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। अब मौसम विभाग ने अगले सात दिनों के लिए उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। साथ ही पूर्वी-मध्य भारत और प्रायद्वीपीय भारत के उत्तरी हिस्सों में 13 से 16 अगस्त के बीच बारिश बढ़ने की संभावना जताई गई है।
आइए, विस्तार से जानते हैं आपके शहर और राज्य में आने वाले दिनों में मौसम कैसा रहेगा और इससे निपटने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
दिल्ली-NCR में अगले दिनों का मौसम कैसा रहेगा?
दिल्ली में पिछले दो दिनों से जारी बारिश के बाद आज तेज धूप खिली हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, 10 अगस्त की देर रात तक हल्की बारिश हो सकती है। 11 और 12 अगस्त को आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे, और गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री के आसपास रह सकता है।
इस अवधि में दिल्ली-एनसीआर के लोग बारिश के कारण ट्रैफिक जाम और जलजमाव से सतर्क रहें। सड़क पर गाड़ियां धीमी गति से चलाएं और कहीं भी जलभराव हो तो बचाव के उपाय करें।
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उत्तर प्रदेश में मौसम की स्थिति
उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में हल्की से भारी वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो दिनों तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश नहीं होगी। लेकिन 13 और 14 अगस्त को पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी, गोरखपुर, बलिया, कुशीनगर जैसे जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इसी तरह, पश्चिमी यूपी के मेरठ, आगरा, अलीगढ़ जैसे जिलों में 13 से 15 अगस्त के बीच भारी बारिश की संभावना है।
बारिश के कारण नदियों में जलस्तर बढ़ सकता है, इसलिए स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने और बचाव कार्यों को तत्पर रखने की सलाह दी गई है। आम जनता को भी बाढ़ और जलजमाव से बचाव के लिए सतर्क रहना होगा।
बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल का मौसम
बिहार में 10 से 13 अगस्त तक भारी बारिश होने का अनुमान है, जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। ओडिशा में 12 से 14 अगस्त तक बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 11 और 12 अगस्त को भारी वर्षा हो सकती है।
यहाँ के ग्रामीण और नदी-तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोग सतर्क रहें। बाढ़ के संभावित खतरे के मद्देनजर अधिकारियों ने राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए हैं।
उत्तराखंड और हिमाचल में बारिश का अलर्ट
उत्तराखंड में भारी बारिश का दौर जारी है और मौसम विभाग ने अगले सात दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन, फिसलन और जलभराव की घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और फिसलन वाले स्थानों पर जाने से बचना चाहिए।
हिमाचल प्रदेश में भी अगले चार दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट है। खासकर किन्नौर, लाहौल-स्पीति, कुल्लू, मंडी जैसे जिलों में बारिश की तीव्रता अधिक रहेगी। प्रशासन ने आपदा प्रबंधन के लिए तैयारियों को पुख्ता कर दिया है।
पंजाब-हरियाणा में मौसम का हाल
पंजाब में अगले दिनों भारी बारिश होने की संभावना है, विशेषकर 10 अगस्त को भारी बारिश हो सकती है। 12 और 13 अगस्त को मौसम सामान्य रहेगा, लेकिन 14 और 15 अगस्त को फिर से बारिश का दौर शुरू हो सकता है। हरियाणा में भी मौसम विभाग ने 14 और 15 अगस्त को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मौसम के बदलाव के कारण फसलों को नुकसान होने की आशंका है, इसलिए किसानों को मौसम अपडेट्स पर ध्यान देना जरूरी है।
मछुवारों के लिए जरूरी सलाह
अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में समुद्र की सतह पर तूफानी हवाओं और ऊंचे तरंगों के कारण मछली पकड़ने के काम को फिलहाल निलंबित करने की सलाह दी गई है। इन क्षेत्रों में जाने वाले मछुवारों को सतर्क रहने और मौसम की ताज़ा जानकारी लेते रहने की सलाह है ताकि उनकी जान-माल का नुकसान न हो।
मॉनसून और जनजीवन पर असर
मॉनसून की यह सक्रियता किसानों के लिए वरदान के साथ-साथ चुनौती भी बनती जा रही है। जहां पर्याप्त बारिश से फसलों को बढ़ावा मिलता है, वहीं अत्यधिक बारिश से बाढ़, भूस्खलन और जलजमाव की समस्या बढ़ जाती है।
शहरों में जलनिकासी की व्यवस्था कमजोर होने के कारण जलजमाव से सड़कें और घर प्रभावित हो रहे हैं। ट्रैफिक जाम, पेयजल संकट, और संक्रामक रोगों के फैलने की संभावना भी बढ़ जाती है।
सरकारें और स्थानीय प्रशासन नागरिकों की सुरक्षा के लिए बचाव और राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। साथ ही, जनता को भी मौसम अपडेट्स पर नजर रखना और सुरक्षा निर्देशों का पालन करना आवश्यक है।
भविष्य के लिए सुझाव और सावधानियां
- बारिश के दौरान सावधानी: भारी बारिश में बाहर निकलने से बचें। ड्राइविंग करते समय धीमी गति अपनाएं और जलजमाव वाले क्षेत्रों से बचें।
- भूस्खलन और पहाड़ी इलाकों में सतर्कता: पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोग भूस्खलन के लिए सतर्क रहें और प्रशासन की सलाह का पालन करें।
- स्वास्थ्य का ध्यान: बारिश के मौसम में वायरल बुखार, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। साफ-सफाई और स्वच्छ पानी के उपयोग का ध्यान रखें।
- मछुआरों के लिए निर्देश: समुद्र में मछली पकड़ने के लिए जारी अलर्ट का कड़ाई से पालन करें।
- ताज़ा जानकारी: मौसम विभाग और स्थानीय प्रशासन के अपडेट नियमित रूप से देखें।
निष्कर्ष
देशभर में मॉनसून की सक्रियता बढ़ रही है और यह अगले कई दिनों तक जारी रहने की संभावना है। भारी बारिश से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए सभी को सावधानी और सहयोग की जरूरत है। मौसम विभाग के अलर्ट को गंभीरता से लें और सुरक्षित रहें।




