उत्तर प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने अपने परिवार संग संगम में आस्था की डुबकी लगाई। महाकुंभ को सनातन संस्कृति की दिव्य झांकी बताते हुए उन्होंने श्रद्धालुओं से संवाद किया और संतों का आशीर्वाद लिया।
मुजफ्फरनगर,(Shah Times)। उत्तर प्रदेश सरकार के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने अपने परिवार संग महाकुंभ 2025 के पावन अवसर पर संगम में आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान उन्होंने विधिवत पूजा-अर्चना कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
महाकुंभ: सनातन संस्कृति की दिव्य झांकी
संगम स्नान के पश्चात अपने अनुभव साझा करते हुए मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति की दिव्य झांकी है। करोड़ों श्रद्धालु यहां केवल स्नान के लिए नहीं आते, बल्कि सनातन परंपराओं की गूंज, संतों के आशीर्वाद और आत्मिक शांति की अनुभूति के लिए खिंचे चले आते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि महाकुंभ मानवता को जोड़ने वाला एक आध्यात्मिक पर्व है, जहां संपूर्ण विश्व भारतीय संस्कृति की विशालता को महसूस करता है। यह आयोजन भक्ति, ज्ञान और साधना का महासंगम है, जिसे अनुभव करना अपने आप में अलौकिक है।
संतों का सान्निध्य और आशीर्वाद
संगम तट पर स्नान के उपरांत मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने संत-महात्माओं से भेंट कर आशीर्वाद लिया और उनके विचारों को सुना। उन्होंने कहा कि भारत की संत परंपरा हमारी आध्यात्मिक विरासत की आधारशिला है, जो धर्म, सत्य और कर्तव्य का मार्ग प्रशस्त करती है।
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श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाओं का संकल्प
महाकुंभ नगर में श्रद्धालुओं की भक्ति और आस्था से अभिभूत मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने महाकुंभ में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने का संकल्प लिया है। सरकार का प्रयास है कि हर श्रद्धालु को दिव्यता और शांति का अनुभव हो।
महाकुंभ 2025 का यह भव्य आयोजन भारतीय संस्कृति की महानता को दर्शाता है। मंत्री कपिल देव अग्रवाल के संगम स्नान और संत-महात्माओं के आशीर्वाद से यह स्पष्ट होता है कि यह आयोजन केवल आध्यात्मिक नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी है।