
संदिग्ध परिस्थितियों में मिला महिला जज का शव
बदायूं,(Shah Times) । बदायूं महिला जज के मामले में नया मोड़ आ गया है पिता ने हत्या का केस दर्ज कराया हैं।
शनिवार सुबह सिविल जज जूनियर डिवीजन का शव सरकारी आवास में फंदे से लटका मिला। सूचना मिलते ही जिला जज, डीएम व एसएसपी समेत न्यायिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आवास के कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से नीचे उतारा। फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य संकलित किए। पुलिस अधिकारियों को कमरे से कुछ दस्तावेज व डायरी में एक नोट मिला है। शनिवार शाम को सिविल जज के माता-पिता बदायूं पहुंचे। पिता ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस अधिकारियों को तहरीर दी। पुलिस ने हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
मूल रूप से मऊ के तराईडीह गांव की ज्योत्सना राय की अगस्त 2023 में बदायूं में पोस्टिंग हुई थी। 18 नवंबर 2023 से वह बतौर सिविल जज जूनियर डिवीजन का कार्यभार संभाल रही थीं। शनिवार सुबह साढ़े नौ बजे उनका अर्दली जब सरकारी आवास पहुंचा तो दरवाजा खटखटाने पर कोई आवाज नहीं आई। इसके बाद अर्दली ने उनके मोबाइल पर कॉल किया लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई। अर्दली ने कोर्ट कर्मियों और पुलिस को सूचना दी।वरिष्ठ अधिकारियों के पहुंचने पर पुलिस टीम दरवाजा तोड़कर कमरे में घुसी। बेडरूम में सिविल जज का शव पंखे से लटका हुआ था। जिला जज, डीएम, एसएसपी भी मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्र किए। शव फंदे से उतारते समय वीडियोग्राफी भी की गई। पुलिस अधिकारियों को जांच के दौरान कमरे में रखी डायरी में एक नोट समेत कुछ दस्तावेज भी मिले हैं। शनिवार शाम 5 बजे सिविल जज के माता-पिता पहुंचे। शव का पोस्टमार्टम रविवार को होगा।
संदिग्ध परिस्थितियों में मिला महिला जज का शव
शनिवार को बदायूं के न्यायिक अधिकारियों को झकझोर देने वाली दुखद घटना का सामना करना पड़ा। सुबह न्यायिक कार्यों में व्यस्त होने से पहले सिविल जज जूनियर डिवीजन ज्योत्सना राय की मौत ने सभी को हैरान कर दिया। देर शाम तक न्यायिक अधिकारी एक कर्मी परिजनों के आने का इंतजार करते रहे। शाम करीब पांच बजे ज्योत्सना के पिता अशोक राय खुद कार चलाकर बदायूं पहुंचे। उनके साथ उनकी पत्नी रोते बिलखते कार से उतरी। कुछ देर बाद माता-पिता को ज्योत्सना के कमरे में ले जाया गया। इसी बीच न्यायिक अधिकारी माता-पिता को सांत्वना देते रहे।बेटी की मौत की खबर सुन लखनऊ से बदायूं पहुंचे सिविल जज ज्योत्सना राय के पिता अशोक राय ने कहा कि मेरी बेटी बहुत मजबूत इरादों वाली थी और वह खुदकुशी नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी बेटी के जिंदादिल होने पर फक्र रहा। वह मुझे छोड़कर कैसे जा सकती है। वहीं, ज्योत्सना की मां भी कार से रोते बिलखते हुए उतरी। कार से उतरते ही वह बेसुध हो गई। महिला न्यायिक अधिकारियों ने उन्हें संभाला और पानी पिलाया। कुछ देर बाद उन्हें कमरे में ले जाया गया जहां ज्योत्सना का शव रखा था। इस दौरान न्यायिक अधिकारी माता-पिता को सांत्वना देते रहे।
वहीं, पिता ने बेटी की हत्या होने का शक जताया। पिता का मानना है कि उनकी बेटी आवास पर अकेली रहती थी। उसके साथ कोई अनहोनी भी हो सकती है। हत्या भी हो सकती है। इसके बाद पिता की तहरीर पर सदर कोतवाली में अधिकारियों के निर्देश पर हत्या की धारा में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।इधर, अन्य परिजनों के देर से पहुंचने के चलते पिता के कहने पर पुलिस अधिकारियों ने रविवार को शव का पोस्टमार्टम कराने का फैसला लिया। इसके बाद पुलिस सुरक्षा के बीच जिला अस्पताल की मोर्चरी में शव को रखवा दिया गया है। यहां पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं।
कमरे में रखी डायरी में एक नोट समेत कुछ दस्तावेज भी मिले
पुलिस को डायरी में मिले नोट में भी ज्योत्सना राय ने उन खरगोशों का जिक्र किया हैं। नोट में लिखा है कि मेरे खरगोशों का ख्याल रखना। इसके अलावा उन्होंने अपनी अंतिम इच्छा भी जाहिर करते हुए लिखा कि मेरे शव का अंतिम संस्कार सरयू पर करना। सिविल जज के परिचित न्यायिक अधिकारी बताते हैं कि ज्योत्सना को डायरी लिखने का शौक था। वह अक्सर अपने आवास पर अक्सर डायरी लिखते हुए मिलतीं थीं।चर्चा है कि पुलिस को जो नोट मिला, उसमें लिखा मिला है कि विवेचना करते रहना, मिलेगा कुछ नहीं। ऐसे में घटना के पीछे क्या कारण रहे, यह पहेली बनी हुई है।
डायरी से मिले एक नोट को पुलिस प्रथम दृष्टयता सुसाइड नोट मान रही है। नोट अंग्रेजी में लिखा हुआ है। जिसमें अकेलापन का जिक्र किया गया हैं। इसके अलावा अवसाद और परेशान होने जैसी बात लिखी हैं। लेकिन पुलिस ने उस नोट की राइटिंग का मिलान करने के लिए पेशकार आदि से जानकारी ली है। पेशकार आदि ने सुसाइड नोट में लिखी राइटिंग को ज्योत्सना का बताया है, लेकिन फिर भी पुलिस राइटिंग के मिलान को लेकर उनके पूर्व में लिखे गए लेख या डायरी की जांच कर रही हैं।
मनोज कुमार, डीएम
सिविल जज जूनियर डिवीजन ज्योत्सना राय की मौत से हर कोई स्तब्ध है। पुलिस प्रशासनिक अधिकारी से लेकर न्यायिक अधिकारी एवं कर्मी घटना को लेकर हैरान हैं। मौत के पीछे क्या कारण रहे, इसकी जांच पुलिस की तफ्तीश के बाद ही साफ होगी। पिता की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने कई पहलुओं पर जांच शुरू कर दी है। अब रविवार को होने वाले पोस्टमार्टम की रिपोर्ट पर पुलिस अधिकारियों की जांच टिकी है।बहुत ही दुखद घटना है। जैसे ही पता चला, जजी परिसर में पहुंचकर एसएसपी से हर पहलू की जानकारी ली। देर शाम परिजन बदायूं पहुंचे। उनकी मौजूदगी में शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम व पुलिस की जांच में जो तथ्य सामने आएगा, उसके आधार पर कार्रवाई होगी।
आलोक प्रियदर्शी, एसएसपी बदायूं
महिला जज के आवास के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़ने पर फंदे से लटकता शव मिला। पिता की तहरीर पर हत्या का केस दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।
New twist in Badaun woman judge’s case, father files murder case
Badaun Civil Judge Junior Division Jyotsna Rai,Manoj Kumar,DMBadaun,Alok Priyadarshi, SSP Badaun,Badaun