
Pahalgam Attack
नई दिल्ली (Shah Times): Pahalgam Attack के बाद भारत सरकार ने अपनी कूटनीतिक चाल तो चल दी है पर इस समय का बड़ा सवाल यह है कि बस इतना ही या फिर कुछ बड़ा करने वाली है भारतीय सेना। क्योंकि इस समय भारत के प्रधानमंत्री ने भी दावा किया है कि पहलगाम के दोषियों को उसके अंत तक पहुंचाया जाएगा। अब समझने वाली बात यह भी है जिस तरह से कश्मीर की सीमाओं पर भारतीय सेना का जिस तरह से डिपलोयमैंट किया गया है। वो यह समझने के लिये काफी है कि भारतीय सेना यूं ही आतंकवादियों को छोड़ने वाली नहीं है।
मोदी की हुंकार से संदेश
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से पूरे देश की नजरें पीएम नरेंद्र मोदी की ओर लगी हैं। देश उम्मीद कर रहा है कि पीएम मोदी जल्द से जल्द आतंकियों और उनके आकाओं के खिलाफ कोई ना कोई कार्रवाई जरूर करेंगे।
पीओके या फिर कोई और शहर होगा निशाने पर!
इस समय सबसे बड़ा सवाल है कि क्या सेना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर हमला करेगी या फिर कोई और शहर सेना के निशाने पर हो सकता है। संकेत तो यही कह रहे हैं कि पीओके पर कब्जा भारत की पहली प्राथमिकता हो सकती है क्योंकि पीओके में इस समय सबसे ज्यादा आतंकी लॉचिंग पैड हैं। अगर पीओके भारत के कब्जे में आ जाता है तो पाकिस्तान से फंडेड आतंकवाद की कमर टूट जाएगी।
सिंधु जल रोकने से क्या होगा असर?
सिंधु, झेलम और चिनाब नदियों के जल पर पाकिस्तान की 80% खेती निर्भर करती है। इन नदियों पर बने कई डैम और हाइड्रो प्रोजेक्ट से पाकिस्तान बिजली भी पैदा करता है। ऐसे में पानी रोकने का भारत का यह कदम पाकिस्तान में पानी और बिजली दोनों की भारी किल्लत पैदा कर सकता है।
अटारी पोस्ट बंद
दूसरा बड़ा फैसला अटारी बॉर्डर पोस्ट को बंद करने का हुआ है। भले ही भारत-पाक के बीच औपचारिक व्यापार पहले ही बंद था, लेकिन छोटे व्यापारियों के स्तर पर कुछ चीजों का लेन-देन चलता रहता था। अब अटारी पोस्ट बंद होने से ये छोटा लेन-देन भी पूरी तरह ठप हो जाएगा।
SAARC वीजा पर रोक
तीसरे बड़े फैसले के तहत भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए SAARC वीजा स्कीम को पूरी तरह खत्म कर दिया है। साथ ही उन पाकिस्तानी नागरिकों को भी भारत आने की इजाजत नहीं दी जाएगी जो पारिवारिक कारणों से यहां आते थे। इससे दोनों देशों के बीच मानव स्तर पर भी संपर्क खत्म हो जाएगा।
पाकिस्तानी उच्चायोग पर कार्रवाई
भारत ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात रक्षा, थलसेना, वायुसेना और नौसेना सलाहकारों को सात दिन के अंदर देश छोड़ने का आदेश दिया है। इसके साथ ही भारत ने इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग से भी सभी सलाहकारों को वापस बुला लिया है।
पाकिस्तान ने वायुसेना को किया अलर्ट
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने अपनी वायुसेना को हाई अलर्ट पर रख दिया है। पाकिस्तानी वायुसेना के टोही विमान लगातार भारत की सीमा से सटे इलाकों की एयर स्पेस पर नजर बनाए हुए हैं। पाकिस्तान को आशंका है कि भारत, बालाकोट एयरस्ट्राइक की तरह कोई जवाबी कार्रवाई कर सकता है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हैं और सीमावर्ती क्षेत्रों में चौकसी बढ़ा दी गई है।
आतंकी हमले में शामिल हो सकते हैं 8-10 आतंकी
यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब हलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद आया है जब सक की सुई पाकिस्तान की ओर जा ही है। इस आतंकी हमले में 8 से 10 आतंकवादी शामिल हो सकते हैं। इस घटना में 2 से 3 आतंकवादी, जो स्थानीय मददगार थे, पुलिस की वर्दी में हो सकते हैं। ये आतंकवादी पाकिस्तानी आतंकवादियों को पहलगाम क्षेत्र में पहुंचने में मदद कर रहे थे। स्थानीय भाषा में बात करके इन आतंकवादियों ने अपना शक ना होने दिया।
‘कल्पना से भी बड़ा सजा मिलेगी’
इसके बाद पीएम मोदी ने कहा, ‘हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं हुआ, देश के दुश्मनों ने भारत की आत्मा पर हमला करने का दुश्साहस किया है। इसके बाद पीएम ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा, ‘मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं, जिन्होंने यह हमला किया, उन आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचने वालों को, उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी, सजा मिलकर के रहेगी।’
आतंकवाद के खिलाफ अंतिम लड़ाई!
प्रधानमंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाया है और दुनिया को एक बार फिर इससे अवगत करा दिया है। उन्होंने मानवता और शांति के लिए हिंसा और आतंकी वारदातों का माकूल जवाब देने की बात कही है। साथ ही पीएम मोदी ने यह साफ कर दिया है कि भारत के दुश्मन कहीं भी हों, दुनिया के किसी भी कोने में छुपी बैठे हों, उनको करारा जवाब दिया जाएगा।