
Indian Government suspends Indus Water Treaty, cancels Pakistani visas after deadly Pahalgam attack
पहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार का बड़ा फैसला – सिंधु जल समझौता निलंबित, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द, अटारी बॉर्डर बंद। जानिए सभी फैसले।
आतंकवाद पर निर्णायक प्रहार: भारत सरकार का ऐतिहासिक रुख
New Delhi, (Shah Times) । जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत पर्यटन स्थल पहलगाम की वादियों में खून की होली खेली गई। निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाकर किए गए इस हमले ने न केवल भारत को झकझोर कर रख दिया, बल्कि एक बार फिर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की क्रूरता को उजागर कर दिया।
इस हमले में 28 निर्दोष लोगों की जान गई और कई अन्य घायल हुए। यह हमला केवल एक आतंकी कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की आंतरिक सुरक्षा और संप्रभुता पर हमला था। ऐसे में भारत सरकार ने जो रुख अपनाया, वह साहसिक, निर्णायक और संदेश देने वाला है।
मोदी सरकार के पांच निर्णायक कदम – एक स्पष्ट संदेश
- सिंधु जल समझौता निलंबित:
1960 में हुए सिंधु जल समझौते को अब तक भारत ने अंतरराष्ट्रीय दायित्व के तहत निभाया, लेकिन अब इसकी सीमाएं तय कर दी गई हैं। जब तक पाकिस्तान आतंकवाद के समर्थन से पीछे नहीं हटता, यह समझौता प्रभाव में नहीं आएगा। यह फैसला उस ऐतिहासिक सहनशीलता की समाप्ति का प्रतीक है जिसे भारत दशकों से दिखाता रहा है। - पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द:
भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए गए हैं और उन्हें 1 मई तक देश छोड़ने का आदेश दिया गया है। साथ ही SAARC वीजा छूट योजना भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी गई है। - अटारी बॉर्डर सील:
भारत-पाकिस्तान के बीच एकमात्र संचालित एकीकृत चेकपोस्ट – अटारी को बंद कर दिया गया है। यह कदम यह दर्शाता है कि अब सीमाओं पर सामान्य आवाजाही संभव नहीं, जब तक कि आतंकी गतिविधियों को पूरी तरह से खत्म न किया जाए। - राजनयिक संबंधों में कटौती:
पाकिस्तान उच्चायोग के रक्षा, वायु और नौसेना सलाहकारों को अवांछित घोषित कर एक सप्ताह में भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। - इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से अपने समकक्ष अधिकारियों को भारत ने वापस बुला लिया है।
अंतरराष्ट्रीय समर्थन और भारत की कूटनीतिक स्थिति
इस हमले की वैश्विक स्तर पर कड़ी निंदा हुई है। अमेरिका, सऊदी अरब, यूएई और ईरान जैसे देशों ने भारत के प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त की हैं। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का प्रधानमंत्री मोदी को फोन करना और भारत के साथ खड़े होने का भरोसा देना भारत की वैश्विक कूटनीतिक ताकत को दर्शाता है।





प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की सक्रियता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब दौरा बीच में छोड़कर तुरंत दिल्ली लौटकर कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक की अध्यक्षता की, जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और सुरक्षा समीक्षा की।
भारत ने अब यह स्पष्ट कर दिया है कि वह आतंक के किसी भी स्वरूप को बर्दाश्त नहीं करेगा। यह फैसला केवल पाकिस्तान को चेतावनी नहीं, बल्कि एक नये भारत की नीति का उद्घोष है – “आतंक के लिए शून्य सहनशीलता और जवाबी कार्रवाई में कोई संकोच नहीं।”
मोदी सरकार का यह कदम ऐतिहासिक है, निर्णायक है और आने वाले समय में भारत की सुरक्षा नीति की नींव को और मजबूत करेगा।
PahalgamAttack, #IndiaStrikesBack, #ModiGovernment, #IndusWaterTreaty, #VisaBan, #TerrorismInKashmir, #IndiaPakistanTension, #NationalSecurity, #ZeroTolerance, #IndianDiplomacy, #AttariBorder, #PakistaniDiplomatsExpelled, #IndiaFightsTerror