
Pahalgam Terror Attack
नई दिल्ली (Shah Times): एक खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर और Pahalgam Terror Attack के कथित मास्टरमाइंड सैफुल्ला कसूरी को हाल ही में पाकिस्तान के लाहौर में एक भारत विरोधी रैली में देखा गया।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि लश्कर कमांडर को पाकिस्तान मरकज़ी मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) द्वारा आयोजित एक रैली में देखा गया था। कसूरी के साथ लश्कर के संस्थापक और संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादी घोषित हाफ़िज़ सईद के बेटे तल्हा सईद को भी रैली में देखा गया था।
माना जाता है कि कसूरी ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का समन्वय किया था। भारत सरकार ने इस हमले के लिए लश्कर-ए-तैयबा के एक अंग द रेजिस्टेंस फ्रंट के आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया है।
ऑनलाइन सामने आए वीडियो में लश्कर कमांडर को लाहौर में कथित तौर पर भारत विरोधी और जिहादी नारे लगाते हुए देखा जा सकता है।
कसूरी उर्फ खालिद को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारे गए आतंकवादियों की “शहीद” के रूप में प्रशंसा करते हुए भी सुना जा सकता है।
पंजाब प्रांत में रैली में कसूरी के हवाले से कहा, “मुझे पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड बताया गया, अब मेरा नाम पूरी दुनिया में मशहूर है।”
सैफुल्लाह कसूरी कौन है?
सैफुल्लाह कसूरी पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का वरिष्ठ कमांडर है। वह आतंकी संगठन का उप प्रमुख भी है। कसूरी पर पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड होने का आरोप है, जिसमें एक नेपाली नागरिक सहित 26 लोग मारे गए थे।
लश्कर कमांडर को पाकिस्तानी सेना की अहम संपत्ति के रूप में भी देखा जाता है और वह पाकिस्तान में कई जिहादी भाषण देने के लिए कुख्यात है।
सोपोर से दो आतंकी गिरफ्तार
सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो ‘हाइब्रिड आतंकवादियों’ को पकड़ा है। हाइब्रिड आतंकवादी वे होते हैं जिन्हें उग्रवादी के रूप में सूचीबद्ध नहीं किया जाता है, लेकिन वे आतंकवादी हमले को अंजाम देने के लिए पर्याप्त रूप से कट्टरपंथी होते हैं और फिर सामान्य जीवन में लौट जाते हैं।
आतंकवादियों की पहचान इरफान बशीर और उजैर सलाम के रूप में हुई है। बुधवार रात पुंछ के बसकुचन इलाके में सुरक्षा बलों ने घेराबंदी और तलाशी अभियान (CASO) शुरू किया, जिसके बाद उन्हें पकड़ा गया।
आतंकवादियों के पास से दो एके-56 राइफलें, चार मैगजीन, 102 राउंड (7.62×39 मिमी), दो हथगोले और दो पाउच भी बरामद किए गए।
अधिकारियों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “इलाके की घेराबंदी कर दी गई थी और पास के एक बगीचे में आतंकवादियों की गतिविधि देखी गई थी। सुरक्षा बलों द्वारा की गई त्वरित और रणनीतिक कार्रवाई के कारण दो लश्कर-ए-तैयबा के हाइब्रिड आतंकवादियों ने सफलतापूर्वक आत्मसमर्पण कर दिया, जिससे संभावित मुठभेड़ टल गई।”
अधिकारियों ने कहा कि दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और मामले की विस्तृत जांच भी शुरू कर दी गई है।