एक तरफ पकिस्तान भारत से रिश्ते सुधारने की बात कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने कहा था कि वे चाहते हैं नरेंद्र मोदी यह चुनाव हार जाएं।
~Neelam Saini
नई दिल्ली,(Shah Times ) । एक तरफ पकिस्तान भारत से रिश्ते सुधारने की बात कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने कहा था कि वे चाहते हैं नरेंद्र मोदी यह चुनाव हार जाएं। जिसके चलते अभी हालांकि में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का एक बयान सामने आया है। जिसमें पाकिस्तान ने कहा की वो भारत समेत अपने सभी पड़ोसी देशों से रिश्ते अच्छे रखना चाहता है। वह किसी भी विवाद को बातचीत के जरिए सुलझाने को तैयार है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने कहा भारत की तरफ से हो रही बयानबाजी और तमाम मुश्किलों के बावजूद हमने जिम्मेदाराना रवैया अपनाया है।
मुमताज ने आगे कहा, हम भारत के साथ जम्मू-कश्मीर के विवाद समेत सभी मसलों पर बातचीत करके हल निकालने को तैयार हैं। हम शांतिपूर्ण तरह से साथ मिलकर आगे बढ़ने में विश्वास रखते हैं। हमें उम्मीद है कि दोनों देशों में शांति बनाए रखने के लिए भारत भी बातचीत से समस्याओं का हल निकालने की कोशिश करेगा।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से PM मोदी के तीसरे कार्यकाल को लेकर भी सवाल पूछा गया। इस पर बलोच ने कहा कि भारत में सरकार बनने की प्रक्रिया अभी चल रही है। ऐसे में इस बारे में कोई भी बयान देना सही नहीं होगा। आपको बता दें कि पिछले 4 महीनों में पाकिस्तान के अलग-अलग मंत्रियों के कई बार भारत से रिश्ते सुधारने को लेकर बयान सामने आ चुके हैं।
अप्रैल में रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने उम्मीद जताई थी कि भारत में लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद दोनों देशों के रिश्ते सुधरेंगे। उन्होंने कहा था कि भारत-पाक संबंधों का अपना एक खास इतिहास रहा है। ऐसे में चुनाव के बाद हालात बदलने की उम्मीद है। इससे पहले 23 मार्च को पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा था कि पाकिस्तान का व्यापारिक समुदाय भारत के साथ व्यापार बहाल करना चाहता है। सरकार मामले से जुड़े लोगों से सलाह लेकर सभी प्रस्तावों की समीक्षा के बाद निर्णय लेगी। इसी बीच पाकिस्तान के पूर्व मंत्री का कुछ दिन पहले एक बयान सामने आया जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तभी सुधरेंगे, जब दोनों देशों में अतिवाद कम होगा।
फवाद ने आगे कहा था कि भारत में RSS और BJP लगातार पाकिस्तान के लिए लोगों के दिलों में नफरत भर रहे हैं। नरेंद्र मोदी की सोच कट्टरपंथी है। उनकी शिकस्त होना बहुत जरूरी है। जो भी उनको हराएगा चाहे वे राहुल हों, केजरीवाल हों या ममता बनर्जी हों, उसके साथ हमारी शुभकामनाएं हैं।