
कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए
जयंती के अवसर पर राहुल ने अपने पिता राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की ही। साथ ही एक बेहद भावुक पोस्ट किया। उन्होंने अपने पिता को एक करुणामय व्यक्तित्व, सौहार्द और सद्भावना के प्रतीक बताया।
राहुल गांधी:शाह टाइम्स। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को अपने पिता, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और इस बात पर जोर दिया कि वह भारत के लिए राजीव गांधी के सपनों को पूरा करेंगे और उनकी यादों को अपने साथ लेकर चलेंगे। कांग्रेस नेता ने एक्स पर पोस्ट किया, “एक दयालु व्यक्तित्व, सौहार्द और सद्भावना का प्रतीक…पापा, आपकी शिक्षाएं ही मेरी प्रेरणा हैं और भारत के लिए आपके सपने मेरे अपने हैं – मैं उन्हें पूरा करूंगा, आपकी यादों को अपने साथ लेकर चलूंगा।” राहुल गांधी ने वीर भूमि का भी दौरा किया और राजीव गांधी की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
20 अगस्त 1944 को हुआ था जन्म
बता दें कि कि राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ था। उन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर 1984 से 1989 तक भारत का नेतृत्व किया। साल 1991 में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान उग्रवादियों ने उनकी हत्या कर दी थी। वहीं दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जयंती के अवसर पर उनके सम्मान में भारत हर साल 20 अगस्त को सद्भावना दिवस मनाता है। राजीव गांधी की मृत्यु के एक साल बाद 1992 में कांग्रेस ने ही राजीव गांधी सद्भावना पुरस्कार की स्थापना भी की थी।
राजनीतिक जीवन छोटा लेकिन बेहद महत्वपूर्ण
कांग्रेस महासचिव और सीनियर नेता जयराम रमेश कहते हैं कि राजीव गांधी की राजनीतिक जीवन छोटा, लेकिन बेहद महत्वपूर्ण था। मार्च 1985 के बजट में उन्होंने बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसने आर्थिक नीति के प्रति एक नया दृष्टिकोण दिया।
शहादत को प्राप्त होने से कुछ सप्ताह पहले तक राजीव गांधी ने 1991 के लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र को तैयार करने में कई घंटे बिताए थे, जिसने जून-जुलाई 1991 में नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह द्वारा लाए गए ऐतिहासिक सुधारों की नींव रखी।
मल्लिकार्जुन खरगे ने गिनाई उपलब्धियां
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कहते हैं, राजीव गांधी अपने कार्यकाल में मतदान की आयु घटाकर 18 वर्ष करना, पंचायती राज को मजबूत करना, दूरसंचार और आईटी क्रांति, कंप्यूटरीकरण कार्यक्रम, निरंतर शांति समझौते, महिला सशक्तिकरण, सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम और समावेशी शिक्षा पर जोर देने वाली नयी शिक्षा नीति जैसे उनके कई सुखद कदम देश में परिवर्तनकारी बदलाव लेकर आए।