
Builder sahani Suicide Case ase Shah Times
गुप्ता बंधुओं अनिल गुप्ता और अजय गुप्ता ने बिल्डर साहनी आत्महत्या प्रकरण के पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है
पुलिस अधीक्षक नगर द्वारा मृतक के पिता के प्रार्थना पत्र पर की जा रही थी जांच
जांच अधिकारी द्वारा लोगों के लिए गए बयानों के आधार पर की जा रही है कार्रवाई ,420 और 385 के तहत भी की जाएगी दोनों आरोपियाें की विवेचना
देहरादून,मयूर गुप्ता(शाह टाइम्स)। करीब चार दिन पूर्व एक निर्माणाधाीन भवन की आठवी मंजिल से कूदकर मौत को गले लगाने वाले बिल्डर साहनी की मौत के बाद उसके द्वारा लिए गए सुसाइड नोट के आधार पर राजपुर पुलिस द्वारा गुप्ता बंधुओं की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस ने जेल में बंद दोनों आरोपियाें पर शिकंजा कसना प्रारंभ कर दिया है।
राजपुर पुलिस ने एसपी सिटी द्वारा की जा रही प्रार्थना पत्र की जांच के बाद सामने आए तथ्यों के आधाार पर दोनों आरोपियों पर दो संगीन धाराओं का समावेश कर दिया है और भी धाराएं विववेचना के दौरान सामने आने वाले तथ्यों के आधाार पर बढ़ाई जा सकती है।
गौरतलब है कि राजपुर थाना क्षेत्र में 24 मई को शहर के नामी बिल्डर एस-एस-साहनी ने निर्माणाधाीन भवन की आठवी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी।
राजपुर पुलिस ने साहनी द्वारा आत्महत्या करने से पूर्व दो पेंज के लिखे गए सुसाइड नोट का आकलन करने के बाद दक्षिण अफ़्रीका के पूर्व राष्ट्रपति के कभी काफ़ी नजदीक रहे गुप्ता बंधुओं अजय गुप्ता और अनिल गुप्ता को उनके कर्जन रोड स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया था। बाद में दोनों को जेल भेज दिया गया था।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक नगर प्रमोद कुमार द्वारा मृतक के पिता की ओर से दिए गए प्रार्थना पत्र की जांच किए जाने के दौरान जानकारी जो तथ्य सामने
आए उसके अनुसार जेल में बंद दोनों गुप्ता बंधुओं के खिलाफ़ धाारा 420 और 385 का समावेश मुकदमे में किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधाीक्षक अजय सिंह ने अपने कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान मीडिया बंधुओं को जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक नगर प्रमोद कुमार द्वारा मृतक के पिता की ओर से दिए गए प्रार्थना पत्र की जांच की जा रही थी।
एसएसपी ने बताया कि जांच के दौरान जिन-जिन लोगों के नाम प्रार्थना पत्र में लिखे गए थे उनके बयान अंकित किए गए थे। जिसके बाद ही जेल में बंद गुप्ता बंधुओं पर कई धााराओं का समावेश किया गया। उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि अनिल गुप्ता और अजय गुप्ता द्वारा पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की गई तो उन्होेंने कहा कि यह हर किसी का अधिकार है।