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मायावती से मिलने के लिये चंद्रशेखर ने मांगा वक्त, बसपा ऑफिस से मिला ये जवाब
क्या चंद्रशेखर आज़ाद को मायावती से मिलने का मौका मिलेगा?
बसपा सुप्रीमो मायावती से मिलने के लिए चंद्रशेखर आज़ाद ने किया आग्रह
बहुजन समाज पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा की क्या आदरणीय बहन मायावती जी को चंद्रशेखर आज़ाद से मिलना चाहिए?
नगीना सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने बसपा सुप्रीमो मायावती से मिलने के लिए समय मांगा। जानें बसपा कार्यालय ने क्या जवाब दिया।
चंद्रशेखर आज़ाद और मायावती की संभावित मुलाकात को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। चंद्रशेखर आज़ाद, जो दलित राजनीति में तेजी से उभर रहे हैं, उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती से मिलने के लिए औपचारिक अनुरोध किया है। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि मायावती इस पर क्या प्रतिक्रिया देती हैं और क्या यह मुलाकात राजनीतिक समीकरणों को नया मोड़ दे सकती है?
उत्तर प्रदेश की नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद अक्सर अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं। वह विरोधियों पर खुलकर वार करते हैं, हालांकि बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के लिए उनके दिल में खास सम्मान देखने को मिलता है। बावजूद इसके, वह कभी मायावती से नहीं मिल पाए। चंद्रशेखर ने बसपा सुप्रीमो से मिलने के लिए उनके दफ़्तर में फोन किया और समय मांगा। लेकिन, बसपा दफ़्तर की ओर से क्या प्रतिक्रिया मिली, यह जानना दिलचस्प होगा।
पॉडकास्ट में चंद्रशेखर का खुलासा
चंद्रशेखर आजाद हाल ही में एक पॉडकास्ट में शामिल हुए, जहां उन्होंने बसपा और अपनी पार्टी समेत कई राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर चर्चा की। जब उनसे बसपा सुप्रीमो मायावती को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि वह मायावती का आशीर्वाद चाहते हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह कभी मायावती से मिले हैं, तो उन्होंने इनकार कर दिया और बताया कि उन्होंने उनसे मिलने की कोशिश की थी, लेकिन यह संभव नहीं हो पाया।
मायावती से मिलने के लिए किया फोन
पॉडकास्ट के दौरान ही चंद्रशेखर आजाद ने बसपा दफ़्तर में फोन किया। उन्होंने कहा, “मैं चंद्रशेखर आजाद बोल रहा हूं, नगीना से सांसद। क्या यह बसपा का दफ़्तर है?” दूसरी ओर से जवाब आया, “हां, यह बसपा का दफ्तर है।” इसके बाद चंद्रशेखर ने कहा, “मैं बहन जी से मिलना चाहता हूं। क्या आप मेरी बात उन तक पहुंचा देंगे?”
दूसरी ओर से जवाब आया, “मैं आपकी बात नोट कर रहा हूं। यह आपका ही नंबर है?” चंद्रशेखर ने जवाब दिया, “हां, यह मेरा पर्सनल नंबर है। आप जो भी समय देंगे, मैं आ जाऊंगा। क्या मैं दोबारा फोन करके पूछ लूं, या आप मुझे बता देंगे?” इस पर जवाब आया, “हम आपको बता देंगे।”
चंद्रशेखर की राजनीतिक स्थिति
नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद आज दलित राजनीति में एक बड़े नेता के तौर पर उभर रहे हैं। उन्हें बहुजन समाज पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती माना जाता है। उनकी पार्टी दलितों के बीच एक नए विकल्प के रूप में सामने आ रही है। इसके बावजूद, चंद्रशेखर आजाद ने बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं कहा। बल्कि, उन्होंने हमेशा मायावती को दलितों की सबसे बड़ी नेता बताया और उनका सम्मान किया है।
बसपा और चंद्रशेखर के बीच दूरी
चंद्रशेखर आजाद कई बार कह चुके हैं कि उनके साथ मायावती का आशीर्वाद है, जबकि बसपा की ओर से उन पर कई बार तीखे हमले हुए हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या चंद्रशेखर और मायावती के बीच मुलाकात संभव होगी और यदि हां, तो इससे यूपी की राजनीति पर क्या असर पड़ेगा।