
प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी
प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने अन्य भक्तजनों के साथ प्रतिभाग करते हुए भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना के साथ ही भण्डारे में भक्तों का प्रसाद वितरित करते हुए सेवा की।
मुजफ्फरनगर:शाह टाइम्स। जन्माष्टमी पर्व के बाद अब भगवान श्री कृष्ण के छठी महोत्सव की धूमधाम नजर आ रही है। इसी कड़ी में नई मंडी पटेलनगर स्थित श्री राधा गोविंद नागो वाला मंदिर में भगवान श्री कृष्ण छठी महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इसमें प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने अन्य भक्तजनों के साथ प्रतिभाग करते हुए भगवान श्री कृष्ण की पूजा अर्चना के साथ ही भण्डारे में भक्तों का प्रसाद वितरित करते हुए सेवा की।
पटेलनगर स्थिता श्री राधा गोविंद नागो वाला मंदिर में भगवान श्री कृष्ण छठी महोत्सव, पालकी यात्रा और भंडारे का आयोजन किया गया। प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने यहां पूजा पाठ करते हुए सभी के लिए सुख शांति की कामना की। मंदिर के पुजारी पंडित अमित तिवारी ने पूजन सम्पन्न कराया। प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी ने समाजसेवी टीम के साथ यहां आये भक्तजनों को सच्ची श्रद्धा और आस्था के साथ प्रसाद ग्रहण कराया। उन्होंने कहा कि पटेलनगर में राधा कृष्ण मंदिर नागो वाले मंदिर के नाम से प्रसि( है। यहां पर समाज के सभी धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। यहां पर छटी महोत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग करने का सौभाग्य मुझे मिला। यहां भक्तों द्वारा पालकी यात्रा निकाली गई। उन्होंने सुख समृद्धि की कामना करते हुए सभी को शुभकामनाएं दी।
पूर्व सभासद विकल्प जैन ने कहा कि नई मंडी पटेलनगर के पास नागों का प्राचीन सि(पीठ मंदिर है। सैंकड़ों बरसों पूर्व यहां पर नागा महाराज का वास रहता था। यहां पर हिन्दुओं के सभी त्यौहार और धार्मिक अनुष्ठान अमित तिवारी पंडित जी के मार्गदर्शन में मनाया जाता है। हर साल यहां पर जन्माष्टमी पर्व भी धूमधाम से मनाया गया। यहां पर भगवान श्री कृष्ण का छटी महोत्सव कार्यक्रम आयोजन किया गया, जिसमें प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी अपनी टीम के साथ पूजन के लिए आये और सेवा करते हुए सैंकड़ों भक्तजनों को प्रसाद वितरित किया। सभासद सीमा जैन और उनके पति पूर्व सभासद विकल्प जैन पालकी यात्रा में सम्मिलित रहे। इस मौके पर प्रमुख समाजसेवी मनीष चौधरी, के साथ पूर्व सभासद विकल्प जैन, वैभव जैन, भारत लोक सेवक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केपी चौधरी, राकेश कुमार आदि भक्तजन उपस्थित रहे।






