
कांग्रेस ने बीजेपी पर वोट चोरी का आरोप लगाया, BJP ने कहा- अफवाह
पटना में राहुल गांधी का वार, भाजपा ने बयान को गैर-जिम्मेदाराना कहा
पटना रैली में राहुल गांधी ने BJP और चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाया, वहीं भाजपा ने उनके बयान को गैर-जिम्मेदाराना और झूठा करार दिया।
Patna,(Shah Times) । पटना की ऐतिहासिक ज़मीन पर सोमवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा का समापन हुआ। इस मौके पर राहुल ने मंच से BJP और चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला और चेतावनी दी कि विपक्ष के पास अब तक जो सबूत थे, वे केवल “एटम बम” थे, लेकिन अब उससे भी बड़ा “हाइड्रोजन बम” सामने आने वाला है।
यह बयान केवल एक चुनावी जुमला नहीं, बल्कि भारतीय लोकतंत्र के लिए एक गंभीर प्रश्न खड़ा करता है — क्या वाकई वोट चोरी लोकतंत्र की जड़ों को हिला रही है?
राहुल गांधी का आरोप और ‘हाइड्रोजन बम’ की चेतावनी
राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग और BJP ने मिलकर “वोट चोरी” की है।
उन्होंने दावा किया कि लाखों फर्जी वोटर लिस्ट में जोड़े गए और विपक्ष को वास्तविक डाटा तक पहुंच नहीं दी गई।
उनके मुताबिक, “वोट चोरी का मतलब है — अधिकार की चोरी, आरक्षण की चोरी, रोजगार की चोरी और लोकतंत्र की चोरी।”
उन्होंने भीड़ से नारा लगवाया: “वोट चोर-गद्दी छोड़”, और कहा कि यह नारा अब चीन तक गूंज रहा है।
इस पूरे भाषण में संविधान और लोकतांत्रिक अधिकारों के बचाव का भाव साफ झलकता है।
आज का शाह टाइम्स ई-पेपर डाउनलोड करें और पढ़ें
इंडिया गठबंधन की रणनीति
राहुल गांधी के साथ मंच पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, RJD नेता तेजस्वी यादव, झारखंड के CM हेमंत सोरेन समेत विपक्षी दलों के कई नेता मौजूद थे।
खरगे ने आरोप लगाया कि “अगर सतर्क नहीं रहे तो मोदी-शाह देश को डुबा देंगे।”
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को “भ्रष्टाचार का भीष्म पितामह” बताया और कहा कि “डुप्लीकेट सीएम नहीं चलेगा।”
हेमंत सोरेन ने सीधा हमला बोला कि विपक्ष के नेताओं को जेल में डालकर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।
इन बयानों से साफ है कि इंडिया गठबंधन 2025 के चुनावी परिदृश्य को ‘लोकतंत्र बचाओ बनाम वोट चोरी’ की थीम पर लड़ना चाहता है।
बीजेपी का पलटवार
BJP ने राहुल गांधी के बयान को “गैर-जिम्मेदाराना” बताया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने तंज किया कि “राहुल गांधी की बातें समझने में समय लगता है। एटम बम और हाइड्रोजन बम का चुनाव से क्या संबंध?”
BJP ने यह भी आरोप लगाया कि पटना रैली की भीड़ दिखाने के लिए 20 हज़ार लोग उत्तर प्रदेश के देवरिया से लाए गए।
इस तरह सत्ता पक्ष विपक्ष के आरोपों को सिर्फ राजनीतिक नाटक बताने की कोशिश कर रहा है।
विश्लेषण: लोकतंत्र में ‘वोट चोरी’ का विमर्श
भारत के चुनावी इतिहास में वोटर लिस्ट और EVM को लेकर सवाल पहले भी उठते रहे हैं। परंतु इस बार मामला बड़ा है क्योंकि—
सुप्रीम कोर्ट में भी वोटर लिस्ट से लाखों नाम हटाए जाने की सुनवाई चल रही है।
विपक्ष इसे “संविधान बचाओ” आंदोलन से जोड़कर जनता को भावनात्मक स्तर पर mobilize करने की कोशिश कर रहा है।
बिहार जैसे राजनीतिक रूप से जागरूक राज्य में इस प्रकार की रैलियाँ “नेरेटिव सेटिंग” का बड़ा साधन हैं।
प्रतिवाद और तर्क
BJP का तर्क: वोट चोरी के आरोप सिर्फ बेबुनियाद हैं, विपक्ष हार की हताशा में भ्रम फैला रहा है।
विशेषज्ञों का मानना: अगर विपक्ष के पास ठोस डाटा है तो उसे अदालत में साबित करना होगा। सिर्फ जनसभाओं में “हाइड्रोजन बम” जैसे शब्द कहना जनता को उत्तेजित करता है, लेकिन कानूनी रूप से कारगर नहीं होता।
जनता का दृष्टिकोण: युवा मतदाताओं के लिए यह मुद्दा बेहद संवेदनशील है क्योंकि वोटिंग अधिकार सीधा उनके भविष्य और प्रतिनिधित्व से जुड़ा है।
निष्कर्ष
राहुल गांधी का “हाइड्रोजन बम” वाला बयान फिलहाल चुनावी बयानबाज़ी ज़्यादा लगता है, लेकिन इससे यह संकेत मिल रहा है कि विपक्ष 2025 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों को “लोकतंत्र बनाम वोट चोरी” की लड़ाई के रूप में प्रस्तुत करेगा।
चुनावी राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप सामान्य हैं, लेकिन यदि सचमुच वोटर लिस्ट में गड़बड़ी हुई है तो यह भारतीय लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है। आने वाले महीनों में अदालतों, चुनाव आयोग और जनता की अदालत — तीनों में इस मुद्दे की परख होगी।