संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने बेरोजगारी, मेक इन इंडिया और चीन सीमा विवाद पर सरकार को घेरा। भाजपा ने आरोपों का किया जवाब।
संसद में आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष और सरकार के बीच तीखी बहस देखने को मिली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने भाषण में सरकार की नीतियों और प्रदर्शन पर सवाल उठाए, जिससे सदन में गरमा-गर्म माहौल बन गया। उन्होंने बेरोजगारी, मेक इन इंडिया, और चीन के साथ सीमा विवाद जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश की।
राहुल गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में युवाओं और बेरोजगारी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर कोई ठोस योजना नहीं दिखी। उन्होंने मेक इन इंडिया की नीति को लेकर भी सवाल उठाए और कहा कि यह केवल एक नारा बनकर रह गया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि चीन भारतीय सीमा में घुसा हुआ है, लेकिन सरकार इस मुद्दे पर गंभीर नहीं दिख रही।
भाजपा ने राहुल के इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि उनके पास कोई ठोस सबूत नहीं है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल से सबूत पेश करने की मांग की और कहा कि सरकार देश की सुरक्षा और विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
इस बहस से स्पष्ट है कि संसद में विपक्ष और सरकार के बीच मतभेद गहरे हैं। विपक्ष सरकार की नीतियों और कार्यशैली पर सवाल उठा रहा है, जबकि सरकार अपने रुख पर अडिग है। यह बहस देश के लोकतंत्र की ताकत को दर्शाती है, लेकिन साथ ही यह भी जरूरी है कि दोनों पक्ष रचनात्मक चर्चा करें और देशहित में आगे बढ़ें।
जनता की उम्मीद है कि संसद में हो रही बहस केवल राजनीतिक दांव-पेच तक सीमित न रहे, बल्कि उससे ठोस नतीजे निकलें और देश की समस्याओं का समाधान हो।
Rahul Gandhi’s sharp attack in Parliament: Government cornered on unemployment, Make in India and China