
देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में आज भारी गिरावट देखने को मिल रही है। शुरुआती कारोबार में इसमें तीन फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है। पिछले छह महीनों में आरआईएल के शेयरों में 23 फीसदी की गिरावट आई है जबकि यह अपने 52 हफ्ते के उच्चतम स्तर से 8 फीसदी नीचे है।
नई दिल्ली (शाह टाइम्स) देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयरों में आज शुरुआती कारोबार में भारी गिरावट आई और यह 52 हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंच गया। BSI पर यह 3.63 फीसदी गिरकर 1156.00 रुपये पर आ गया। इससे कंपनी के मार्केट कैप में करीब 56,000 करोड़ रुपये की गिरावट आई है।
लगभग 14 मिलियन डॉलर का भरना पद सकता है जुर्माना
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस न्यू एनर्जी लिमिटेड (आरएनईएल) को बैटरी सेल प्लांट लगाने में विफल रहने पर 14 मिलियन डॉलर से ज्यादा का जुर्माना भरना पड़ सकता है। यह प्लांट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पीएलआई कार्यक्रम के तहत आयात निर्भरता को कम करने के प्रयास का हिस्सा था। विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) लगातार भारतीय शेयरों की बिकवाली कर रहे हैं, जिससे घरेलू बाजार में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।
6 महीनो में हुई 23% की गिरावट
पिछले कुछ हफ्तों में विदेशी निवेशकों ने सख्त मौद्रिक नीतियों, भू-राजनीतिक तनाव और मजबूत अमेरिकी डॉलर की चिंताओं के कारण भारतीय शेयर बाजार से पैसा निकाला है। इसका असर रिलायंस के शेयरों पर भी देखने को मिला है। पिछले छह महीनों में रिलायंस के शेयरों में 23% की गिरावट आई है और यह अपने उच्चतम स्तर 1,608.95 रुपये से 28% नीचे हैं। मार्केट कैप में गिरावट विदेशी निवेशक हाल के महीनों में लगातार भारतीय शेयरों की बिकवाली कर रहे हैं।
क्या कहा विशेषज्ञों ने
इससे आरआईएल जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों पर दबाव पड़ा है। नतीजतन, कंपनी के बाजार पूंजीकरण में गिरावट आई है, जो भारतीय बाजारों में व्याप्त बिकवाली की भावना को दर्शाता है। रिलायंस का मार्केट कैप अब 15,69,146.30 करोड़ रुपये है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले हफ्तों में आरआईएल की रिकवरी के लिए एफआईआई निवेश और मैक्रोइकोनॉमिक संकेतकों में स्थिरता महत्वपूर्ण होगी।