रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के इंटरव्यू से पश्चिमी जगत में मच गया कोहराम
Wahid Naseem
पुतिन का इंटरव्यू अमरीकी पत्रकार टकर कार्लसन ने किया पश्चिमी जगत में कोहराम मच गया, X पर 18 करोड़ लोगों ने और यूट्यूब पर सवा करोड़ ने देखा है।इस इंटरव्यू की खास बात यह है कि पुतिन ने यूक्रेन युद्ध से पहले अपने युद्ध रोकने की कोशिशों के बारे में बताया जिसमें यह बात भी शामिल है की सेकंड वर्ल्ड वॉर के जख्म भर भी नहीं पाए थे जिन्हें सेकंड वर्ल्ड वॉर में बचाया अब वही रूस की सीमाओं के नजदीक आकर नए जख्म देने की तैयारी क्यों कर रहे हैं क्या उसे रोकने का अधिकार पुतिन को नहीं ?
जिस तरह से पुतिन ने अपनी बात को रखा उसे पश्चिमी मीडिया और रूस के खिलाफ पश्चिमी षड्यंत्र नंगा हो गया,पश्चिमी मीडिया की क्रेडिबिलिटी बहुत तेजी से नीचे की तरफ जा रही है।
इस इंटरव्यू के बाद शायद रूसी मीडिया का समर्थन और विश्वास पूरी दुनिया में बढ़ेगा,यह अकेला इंटरव्यू ही हथियार लॉबी और बैंकिंग लॉबी की कमर तोड़ने का काम करेगा, पश्चिमी मीडिया को दिए गए एक ही इंटरव्यू से पुतिन ने विश्वसनीय और तथ्यात्मक ढंग से 30 साल के पश्चिमी प्लान को धराशाई कर दिया जिससे पश्चिमी जगत की जनता हथियार लोबी के फेवर में उठाए गए कदमों का समर्थन कम कर देगी।
इसे कहते हैं विश्व नेता जो सिर्फ अपने लफ़्ज़ों से पूरी दुनिया के सोने का नजरिया बदल दे,कुछ आत्मघाती लोग आत्मघाती बकवास करके अपने लिए कितना बड़ा आघात पैदा कर रहे हैं उन्हें अंदाजा नहीं, शायद दुनिया के बुद्धिमान लोगों को यह समझ में आने लगा है की बुद्धिजीवी और मूर्ख में कितना फर्क होता है बुद्धिजीवी क्या कर सकता है और एक मूर्ख तुम्हें कहां ले जाकर छोड़ सकता है,
पुतिन ने यूक्रेन की संस्कृति और रूस की संस्कृति को जिस तरह से डिस्क्राइब किया है उसे यूक्रेन और रूस के पुराने हिस्से से टच करते हुए देश अपनी रूस ओरिएंटेड सभ्यता को एक बार फिर याद करने पर मजबूर हो जाएंगे और इन ऐसे देशों की जनता के बीच पश्चिमी सभ्यता को झटका लगेगा यानी बुद्धिजीवी का असर भले ही स्लो हो मगर रोशनी के दीए की तरफ लेकर जाएगा मूर्ख अपने लफ्जों और अपनी इच्छाओं और अपनी मूर्खताओं के अनुरूप पब्लिक को बड़ी तेजी से किसी खाई में धकेल सकता है।
लेखक विदेश नीति पर मजबूत पकड़ रखते हैं जिनकी लिखी गईं टिप्पणियां भविष्यवाणी बन जाती है उसे वाहिद नसीम कहते हैं।