
Slovakia PM Robert Fico Shah Times
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको की हत्या के प्रयास पर गहरा दुख जताया और इस कायरतापूर्ण कृत्य की कड़ी निंदा की।
ब्रातिस्लावा, (Shah Times) । स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको की हालत शल्य चिकित्सा के बाद स्थिर है।
स्थानीय मीडिया ने बुधवार देर रात यह जानकारी दी।
स्थानीय मीडिया टीए3 के अनुसार बीबीसी ने स्लोवाकिया के पर्यावरण मंत्री टॉमस ताराबा के हवाले से कहा कि प्रधानमंत्री की जान को कोई खतरा नहीं है।
ताराबा ने कहा, ”मैं बहुत हैरान था। सौभाग्य से जहां तक मुझे पता है, ऑपरेशन अच्छा रहा और मुझे लगता है कि अंत में वह बच जाएंगे। इस समय वह जीवन के लिए खतरे की स्थिति में नहीं है।” उन्होंने कहा कि एक गोली पेट में और दूसरी जोड़ में लगी।
उप प्रधानमंत्री एवं मंत्री रॉबर्ट कालिनक ने बुधवार शाम एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शल्य चिकित्सा के दौरान फीको की हालत गंभीर थी।
गृह मंत्री माटस सुताज एस्टोक के अनुसार हमले को राजनीति से प्रेरित हत्या के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
श्री फिको राजधानी से करीब 150 किमी उत्तर-पूर्व में हैंडलोवा शहर में एक सरकारी बैठक में भाग लेने के बाद बुधवार दोपहर एक हमले में घायल हो गए।
फ़िको को हेलीकॉप्टर द्वारा बैंस्का बायस्ट्रिका के रूज़वेल्ट अस्पताल ले जाया गया। मौके से हिरासत में लिया गया संदिग्ध 71 साल का बुजुर्ग बताया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको की हत्या के प्रयास पर गहरा दुख जताया और इस कायरतापूर्ण कृत्य की कड़ी निंदा की।
मोदी ने एक्स पर अपने पोस्ट में स्लोवाकिया के अपने समकक्ष के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और कहा कि भारत स्लोवाक गणराज्य के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। उन्होंने कहा , “ स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री महामहिम राबर्ट फिको पर गोलीबारी की खबर से गहरा सदमा लगा। मैं इस कायरतापूर्ण कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं और श्री फिको के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। भारत स्लोवाक गणराज्य के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है।”
गौरतलब है कि 59 वर्षीय फिको बुधवार को स्लोवाकिया की राजधानी ब्रातिस्लावा से लगभग 140 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में हैंडलोवा शहर में एक बैठक में भाग लेने पहुंचे थे। इसी दौरान उन पर गोलीबारी की गयी। पेट में गोली लगने के बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गये। उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया , जहां उनकी हालत गंभीर बतायी गयी है।
गृह मंत्री माटस सुताज एस्टोक के अनुसार हमले को हत्या के रूप में वर्गीकृत किया गया है जिसमें बंदूकधारी ने पांच गोलियां चलाईं। उन्होंने कहा कि हमला ”राजनीति से प्रेरित” था। राजधानी से करीब 150 किमी उत्तर-पूर्व में हैंडलोवा शहर में एक सरकारी बैठक में भाग लेने के बाद बुधवार दोपहर को श्री फिको घायल हो गए। 71 वर्षीय संदिग्ध को मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने हैंडलोवा में कल्चर हाउस के सामने के इलाके को सील कर दिया है।
श्री फिको को गोली लगने के बाद हेलीकॉप्टर से बंस्का बायस्ट्रिका के एक अस्पताल ले जाया गया। गोलीबारी के बाद स्लोवाकिया और विदेशों के राजनेताओं ने हमले की निंदा की।
स्लोवाकिया के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति पीटर पेलेग्रिनी ने गोलीबारी को स्लोवाक लोकतंत्र के लिए एक अभूतपूर्व खतरा बताया। श्री पेलेग्रिनी जून में पदभार ग्रहण करेंगे।
श्री पेलेग्रिनी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ”मैं इस बात से भयभीत हूं कि एक अलग राजनीतिक राय के प्रति नफरत का परिणाम क्या हो सकता है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि स्लोवाकिया में लोकतांत्रिक और कानूनी रूप से असहमति व्यक्त करने के कई तरीके हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि मतदान केंद्रों का उपयोग करने के बजाय हिंसा का सहारा लेने से पिछले 31 वर्षों में हुई प्रगति को खतरा है।
संसदीय उपाध्यक्ष पीटर ज़िगा ने संसद में एक प्रेस वार्ता में कहा, ”मैं सशस्त्र हमले को स्लोवाक लोकतंत्र के सिद्धांतों पर हमले के रूप में देखता हूं।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राजनीतिक संघर्ष तर्कों से लड़े जाने चाहिए और राजनीति में हिंसा के लिए कभी भी जगह नहीं होनी चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के कार्यालय ने बुधवार को कहा, ”स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री के खिलाफ आज किए गए चौंकाने वाले हमले की कड़ी निंदा की गई।”
उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि वह गोलीबारी से स्तब्ध हैं।
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा, ”हिंसा के ऐसे कृत्यों का हमारे समाज में कोई स्थान नहीं है और यह लोकतंत्र हमारी सबसे कीमती आम भलाई को कमजोर करता है।” यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने भी यही विचार साझा करते हुए घोषणा की कि ”कोई भी चीज़ कभी भी हिंसा या ऐसे हमलों को उचित नहीं ठहरा सकती।”
जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने भी ”कायरतापूर्ण हमले” की निंदा करते हुए कहा कि यूरोपीय राजनीति में हिंसा नहीं होनी चाहिए।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा कि वह गोलीबारी से स्तब्ध हैं और इसकी कड़ी निंदा करते हैं। लातवियाई राष्ट्रपति एडगर्स रिंकेविक्स ने कहा, ”जो भी राजनीतिक या अन्य मतभेद हों हिंसा पूरी तरह से अस्वीकार्य है।”







