अमेरिका में मंदी का डर खत्म होते ही शेयर बाजार में उछाल

अमेरिका के मजबूत आर्थिक आंकड़ों से उत्साहित होकर दुनिया की सबसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्था के मंदी में फंसने की आशंका समाप्त हो गई और विश्व बाजार नवंबर 2023 के बाद अपने सर्वश्रेष्ठ सप्ताह की ओर बढ़ गया।

मुंबई , (Shah Times) । अमेरिका के मजबूत आर्थिक आंकड़ों से दुनिया की सबसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्था के मंदी की चपेट में आने की आशंका समाप्त होने से विश्व बाजार के नवंबर 2023 के बाद के सर्वश्रेष्ठ सप्ताह को ओर बढ़ने से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत आज शेयर बाजार ने डेढ़ प्रतिशत से अधिक की छलांग लगाई।


बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1330.96 अंक अर्थात 1.68 प्रतिशत की उड़ान भरकर एक सप्ताह बाद 80 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 80,436.84 अंक पर पहुंच गया। साथ ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 397.40 अंक यानी 1.65 प्रतिशत उछलकर 24,541.15 अंक पर बंद हुआ। दिग्गज कंपनियों की तरह बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में भी जमकर खरीदारी हुई, जिससे मिडकैप 1.80 प्रतिशत मजबूत होकर 47,393.93 अंक और स्मॉलकैप 1.70 प्रतिशत चढ़कर 53,857.09 अंक हो गया।


इस दौरान बीएसई में कुल 4036 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2462 में तेजी जबकि 1467 में गिरावट रही वहीं 107 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह निफ्टी की 47 कंपनियां चढ़ी जबकि शेष तीन गिर गई।
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, जेपीवाई की स्थिरता वैश्विक बाजार में सुधार लाने में सहायक रही है। इसके अलावा अमेरिका में खुदरा बिक्री के मजबूत आंकड़े और साप्ताहिक बेरोजगारी दावों में गिरावट ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मंदी की आशंकाओं को कम करने में मदद की है। साथ ही अमेरिकी की उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित महंगाई में कमी के कारण बाजार की धारणा में सुधार हुआ है। इससे भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियों में जबरदस्त लिवाली हुई।


घरेलू स्तर पर खुदरा महंगाई दर अनुमान से नीचे आ गई है, जो आशावाद का संकेत है। हालांकि, थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति में गिरावट, कमजोर औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) और पहली तिमाही की कॉर्पोरेट आय में नरमी जैसी चुनौतियों से स्पष्ट है कि बाजार में बढ़त सीमित रह सकती है।


अमेरिका में मंदी की आशंका समाप्त होने से विश्व बाजार में तेजी का रुख रहा। इस दौरान जर्मनी का डैक्स 0.60, जापान का निक्केई 3.64, हांगकांग का हैंगसेंग 1.88 और चीन का शंघाई कम्पोजिट 0.07 प्रतिशत उछाल गया। हालांकि ब्रिटेन का एफटीएसई 0.42 प्रतिशत फिसल गया।
इससे बीएसई के सभी 20 समूहों में जमकर ख़रीददारी हुई। इस दौरान आईटी 2.72, टेक 2.23, रियल्टी 2.45, कमोडिटीज 1.89, सीडी 1.74, ऊर्जा 1.42, एफएमसीजी 1.52, वित्तीय सेवाएं 1.77, हेल्थकेयर 0.94, इंडस्ट्रियल्स 1.70, दूरसंचार 1.08, यूटिलिटीज 1.14, ऑटो 1.90, बैंकिंग 1.61, कैपिटल गुड्स 1.83, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 1.36, धातु 1.74, तेल एवं गैस 1.52, पावर 1.80 और सर्विसेज समूह के शेयर 1.93 प्रतिशत मजबूत रहे।
शुरूआती कारोबार में सेंसेक्स 649 अंक की तेजी के साथ 79,754.85 अंक पर खुला लेकिन बिकवाली होने से थोड़ी देर बाद 79,306.69 अंक के निचले स्तर तक लुढ़क गया। वहीं, इसके बाद फिर शुरू हुई दमदार लिवाली की बदौलत लगातार चढ़ता हुआ कारोबारी के अंतिम चरण में यह 79,306.69 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। अंत में पिछले दिवस के 79,105.88 अंक के मुकाबले 1.68 प्रतिशत उछलकर 80,436.84 अंक हो गया।
इसी तरह निफ्टी भी 191 अंक की छलांग लगाकर 24,334.85 अंक पर खुला और सत्र के दौरान 24,204.50 अंक के निचले जबकि 24,563.90 अंक के उच्चतम स्तर पर रहा। अंत में पिछले सत्र के 24,143.75 अंक की तुलना में 1.65 प्रतिशत मजबूत होकर 24,541.15 अंक पर बंद हुआ।


इस दौरान सेंसेक्स में सन फार्मा में 0.03 प्रतिशत की गिरावट को छोड़कर शेष 29 कंपनियों में तेजी रही। टेक महिंद्रा 4.02, टाटा मोटर्स 3.47, महिंद्रा एंड महिंद्रा 3.45, टीसीएस 2.91, एचसीएल टेक 2.65, अल्ट्रासिमको 2.60, टाटा स्टील 2.29, आईसीआईसीआई बैंक 2.17, आईटीसी 2.17, अडानी पोर्ट्स 2.07, नेस्ले इंडिया 2.06, बजाज फाइनेंस 2.02, इंफ़ोसिस 2.01, इंडसइंड बैंक 2.00 और कोटक बैंक ने 1.76 प्रतिशत का मुनाफा कमाया।
इसी तरह लाभ में रही कंपनियों में पावरग्रिड 1.74, जेएसडब्ल्यू स्टील 1.67, एचडीएफसी बैंक 1.52, बजाज फिन सर्व 1.38, एक्सिस बैंक 1.26, टाइटन 1.24, एसबीआई 1.18, रिलायंस 1.15, भारती एयरटेल 1.00, हिंदुस्तान यूनिलीवर 0.92, एशियन पेंट 0.83, एलटी 0.67, एनटीपीसी 0.48 और मारुति 0.20 प्रतिशत शामिल रही।

Stock market jumps as US Recession Fears End

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