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नई दिल्ली, नीलम सैनी (Shah Times)।19 मई को हेलीकॉप्टर क्रैश में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री की मौत हो गई। कई घंटो तक चले ऑपरेशन के बाद ईरान ने दोनों की मौत की पुष्टि कर दी थी। ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने देश में 5 दिनो तक सार्वजनिक शौक की घोषणा कर दी है।
आपकों बता दें ईरान में सुप्रीम लीडर का ओहदा राष्ट्रपति से भी बड़ा होता है। सुप्रीम लीडर ने 5 दिनों के शौक का ऐलान तो कर दिया लेकिन क्या ईरान की जनता राष्ट्रपति की मौत से दुखी हैं। ये सुनकर आपको हैरानी हो रही होगी लेकिन अगर सोशल मीडिया की बात करे तो ईरान में कुछ लोग राष्ट्रपति की मौत पर जश्न मना रहे हैं। जी हां ये सच हैं। X पर कई वीडियो और फ़ोटो ऐसे देखने को मिल रहे हैं जिनमे लोग रईसी की मौत पर जश्न मना रहे हैं। पोस्ट में कई लोगों ने राष्ट्रपति को तहरान का कसाई बताया है। ऐसे में सवाल उठता है की जिस देश को गम में होना चाहिए था वहां कुछ लोग खुशियां मना रहे हैं।
सरसरी नज़र इब्राहिम क इतिहास देखे तो सबसे पहला और बड़ा कारण है 1988 का। जिसमें इब्राहिम ने ईरान इराक युद्ध के बाद करीब 30000 कैदियों को फांसी दे दी गई थी। उससे पहले न तो कैदियों को उनके परिवार से मिलने दिया और न ही उनकी कब्र का कोई जानकारी दी गई। ईरान की जेल में हुए इस नरसंहार का एक कारण इब्राहिम रईसी भी थे। इसके अलावा 2022 में एक लड़की मेहसा आमिनी को ठीक से हिजाब न पहनने पर अरेस्ट किया गया और पुलिस की पिटाई के चलते उसकी मौत हो गई थी। जिसके बाद प्रोटेस्ट भी हुआ था और करीब 500 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आई थी।
यही कारण की रईसी को सोशल मीडिया पर कई लोगों द्वारा कसाई भी बताया जा रहा है बल्कि उनकी मौत पर जश्न भी मनाया जा रहा है। इसी के साथ राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत पर भारत और अमेरिकी सहित कई देशों ने शौक जताया है। और भारत सरकार ने एक दिन के सार्वजानिक शौक की घोषणा भी की।







