जाट जाट की रट लगाने के बावजूद जाट समाज का धनखड़ के साथ नहीं होने के मुख्य कारण


लखनऊ।राष्ट्रीय लोकदल राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने उप राष्ट्रपति जगदीप धनकड़ के द्वारा जाट कार्ड खेलने पर याद दिलाए पूर्व में घटित घटनाओं को जिसमें उनके द्वारा एक शब्द भी नहीं कहा था।

  1. किसान आंदोलन में सरकार का साथ देना।
  2. महिला पहलवानों के मुद्दे पर शांत रहना।
  3. बृजभूषण जैसे सांसद से इतना कुछ होने के बाद भी एक सवाल ना करना।
  4. टेनी, जिसके बेटे ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी थी, उसमें चुप रहना।
  5. ओबीसी जैसे मुद्दों पर सरकार की तरफदारी करना।
  6. किसानों के न्यूनतम समर्थन मूल्य जैसे मुद्दों पर चुप्पी।
  7. जिस क्षेत्र से आते हैं उसी क्षेत्र के किसानों की लंबे समय से विचाराधीन मांग यमुना जल के बारे में आज तक एक शब्द ना बोलना।
  8. किसान आंदोलन के समय जब अंधभक्त किसानों को खालिस्तानी और आतंकवादी जैसे शब्दों से अपमानित कर रहे थे, तब सरकार का साथ देना।
    9 किसान मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री स्व चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने व 12 तुगलक रोड को उनका स्मारक बनाने पर कुछ नहीं बोला।
    अब आका के इशारे पर राजनीतिक कारणों से जाट याद आ रहे हैं मगर इन कारणों से असली जाट आज जगदीप धनखड़ जी के साथ नहीं खड़ा है।

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