
यें कुछ आदतें उड़ा सकती है आपकी रातों की नींद?
आजकल ज्यादातर लोग नींद ना आने की समस्या से परेशान रहते हैं और समस्या का सिर्फ मोबाइल ही कारण नहीं है बल्कि इसके और भी कई कारण होते हैं। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि आखिर नींद ना आने के और कौन-कौन से कारण होते हैं और इस परेशानी से निजात पाने के लिए क्या करना चाहिए, आईए जानते हैं?
नींद न आना एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। ये हमारे बदलते लाइफस्टाइल, सोने के गड़बड़ रूटीन और रोज के कुछ बुरी आदतों का नतीजा है, जिनमें देर रात सोना, सुबह देर से उठना, कम सोना या बहुत ज्यादा स्क्रीन टाइम। लेकिन क्या नींद न आने के पीछे सिर्फ यही कारण हैं? आजकल बहुत से लोग रात को देर तक मोबाइल, लैपटॉप या टीवी देखते हैं और फिर शिकायत करते हैं कि नींद नहीं आती या नींद पूरी नहीं होती, लेकिन, क्या वाकई सिर्फ स्क्रीन ही हमारी नींद की दुश्मन है? या इसके पीछे और भी वजहें हैं? चलिए जानते हैं नींद न आने के क्या कारण हैं।
आखिर नींद पर क्यों पड़ता है स्क्रीन का असर?
ब्लू लाइट का असर होना
मोबाइल और लैपटॉप की स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी हमारे दिमाग को यह संकेत देती है कि अभी दिन है। इससे शरीर में मेलाटोनिन नामक हार्मोन कम बनने लगता है, जो नींद लाने में मदद करता है।
दिमाग का एक्टिव रहना
जब हम सोशल मीडिया स्क्रॉल करते हैं या वीडियो देखते हैं, तो हमारा दिमाग एक्टिव रहता है। इससे सोने का मूड नहीं बनता।
स्क्रीन टाइम की आदत लगना
कई लोग रात को सोने से पहले फोन देखना अपनी आदत बना लेते हैं। यह आदत धीरे-धीरे नींद के पैटर्न को बिगाड़ देती है। जिसके चलते हम नींद न आने कि समस्या से परेशान हो जाते हैं।
किन कारणों से नहीं आती नींद
तनाव और चिंता के कारण
अगर आप किसी बात को लेकर परेशान हैं, तो दिमाग शांत नहीं होता। बार-बार वही बातें सोचते रहना नींद को दूर भगा देता है।
सोने और उठने का टाइम बदलते रहना
अगर रोज सोने और उठने का समय अलग-अलग होता है, तो शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक गड़बड़ा जाती है। इससे नींद आने में दिक्कत होती है।
कैफीन और चाय-कॉफी का सेवन करना
रात को चाय, कॉफी या एनर्जी ड्रिंक पीने से नींद में बाधा आती है। इनमें मौजूद कैफीन दिमाग को जगाए रखता है। अगर आप रात में चाय-कॉफी पीने वाले हैं तो सावधान हो जाएं।
हैवी डाइट लेने पर
रात को बहुत ज्यादा या मसालेदार खाना खाने से पेट भारी हो जाता है। इससे नींद में खलल पड़ता है. इसलिए रात को हल्का खाने की सलाह दी जाती है।
फिजिकल एक्टिविटी न करना
अगर दिनभर शरीर को कोई मेहनत नहीं मिली, तो थकान महसूस नहीं होती और नींद भी नहीं आती। इसलिए डेली फिजिकल एक्टिविटीज करना जरूरी है।