
पनीर का प्रतिदिन सेवन करने से हमारी सेहत पर क्या प्रभाव पड़ता है।

आजकल वेजिटेरियन लोग प्रोटीन की कमी दूर करने के लिए डाइट में पनीर जैसी हाई प्रोटीन चीजों को शामिल करते हैं। पनीर में हाई-क्वालिटी प्रोटीन, कैल्शियम और हेल्दी फैट पाए जाते हैं, जो शरीर के विकास और मसल्स को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। खासकर जो लोग जिम जाते हैं या फिटनेस को लेकर सजग हैं, वे इसे अपने डाइट में जरूर शामिल करते हैं। लेकिन कई लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि क्या रोजाना पनीर खाना सही है? क्या इसका ज्यादा सेवन किसी तरह सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है? तो चलिए आपके इस सवाल का जवाब लेकर हम आए हैं। हम आपको बताते हैं कि प्रतिदिन पनीर का सेवन करने से हमारी सेहत पर क्या प्रभाव पड़ता है।
पनीर को प्रोटीन से भरपूर सुपरफूड माना जाता है। यह स्वादिष्ट और खासतौर पर वेजिटेरियन्स के लिए प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। इसमें प्रोटीन, केसिन, कैल्शियम और व्हे प्रोटीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। लेकिन, सवाल यह है कि क्या रोजाना पनीर खाना सेहत के लिए सही है? आइए जानें न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स की राय। कुछ लोग इसे हेल्दी मानते हैं, तो कुछ इसके नुकसान भी बताते हैं। पनीर में प्रोटीन, कैल्शियम और अन्य जरूरी पोषक तत्व होते हैं। लेकिन, रोजाना सेवन से पाचन, वजन और हार्मोन पर असर पड़ सकता है। यहां हम जानेंगे कि रोज पनीर खाने से क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं और इसे सही तरीके से कैसे खाएं।
रोज पनीर खाने से क्या होता है।
आइए जानते हैं न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स की राय।
न्यूट्रिशनिस्ट प्राची मंडोलिया कहती हैं कि रोजाना पनीर को प्रोटीन का मेन सोर्स बनाना सही नहीं है। इसे कभी-कभी खाएं और सब्जियों के साथ मिलाकर खाएं ताकि एंटीऑक्सीडेंट्स भी मिलें। शरीर को विविधता और संतुलन की जरूरत होती है, इसलिए रोज पनीर खाने से परहेज़ करना चाहिए।
पनीर का सीमित सेवन कैसे फायदेमंद है?
डॉ. निचेता भाटिया, यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली की गेस्ट लेक्चरर, बताती हैं कि अच्छी क्वालिटी का पनीर अगर सीमित मात्रा में रोज खाया जाए तो यह मांसपेशियों को मजबूत करता है, हड्डियों के लिए कैल्शियम देता है और अन्य जरूरी पोषक तत्वों को सपोर्ट करता है।लेकिन, सबसे जरूरी है कि डाइट में विविधता और संतुलन बना रहे ताकि पोषण की कमी न हो।
पनीर खाने का सही तरीका
न्यूट्रिशनिस्ट सुहानी जैन सलाह देती हैं कि घर पर लो-फैट दूध से पनीर बनाएं और इसे सब्जियों के साथ मिलाकर खाएं। आप इसे कच्चा खा सकते हैं या हेल्दी रेसिपीज जैसे तंदूरी पनीर, ग्रिल्ड पनीर या सलाद में डालकर खा सकते हैं. फ्राइड पनीर जैसे पकोड़े या रेस्टोरेंट का चिली पनीर खाने से बचें या सीमित करें।
पनीर खाने से होने वाले फायदे
पेट फूलना और अपच होना
पनीर एक डेयरी प्रोडक्ट है और कई लोगों को बिना पता चले लैक्टोज इन्टॉलरेंस या केसिन को पचाने में दिक्कत होती है। इससे पेट भारी लग सकता है और अपच की समस्या हो सकती है।
बाहर का पनीर हो सकता है नुकसानदायक
आजकल दूध की क्वालिटी पहले जैसी नहीं रही। इसमें मिलावट, प्रोसेसिंग और हार्मोनल ट्रीटमेंट होते हैं। ऐसे दूध से बने पनीर में केमिकल्स, कीटनाशक और सेचुरेटेड फैट्स ज्यादा होते हैं। रेस्टोरेंट का पनीर अक्सर पाम ऑयल जैसे घटिया सामग्री से बनता है, जो पाचन पर और भी बुरा असर डालता है।
सूजन कि आशंका होना
दूध में सूजन पैदा करने वाले तत्व होते हैं जो पाचन, लिवर और इंसुलिन पर असर डाल सकते हैं। डायबिटीज, फैटी लिवर, हाई कोलेस्ट्रॉल या PCOS जैसी लाइफस्टाइल बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए रोज पनीर खाना स्थिति को बिगाड़ सकता है।
निष्कर्ष
पनीर सेहत के लिए अच्छा है, लेकिन रोजाना ज्यादा मात्रा में खाना नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए संतुलित और विविध आहार का सेवन करना ही हमारी सेहत के लिए फायदेमंद है।






