
दिल्ली में भारी बारिश के कारण राजेंद्र नगर स्थित IAS कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन छात्राओं की मौत हो गई और एक के फंसे होने की आशंका है। यह कोचिंग संस्थान छात्रों को सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कराता है।
~ Asif Khan
नई दिल्ली,(Shah Times) । दिल्ली में शनिवार को भारी बारिश के कारण राजेंद्र नगर में एक IAS कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन छात्राओं की मौत हो गयी और एक के फंसे होने की आशंका है। इस कोचिंग में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कराई जाती है।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया, “तहखाने से दो छात्राओं के शव बरामद किए गए और एक छात्रा के फंसे होने की आशंका है।”
उन्होंने बताया कि कोचिंग संस्थान में खोज एवं बचाव अभियान जारी है।
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को जांच शुरू करने और घटना पर 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।
सचिव को लिखे पत्र में आतिशी ने कहा, ”यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और इसकी तत्काल आधार पर जांच की जानी चाहिए। सभी संबंधित अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंचने और सभी आवश्यक उपाय करने का निर्देश दिया जाता है।
सुश्री आतिशी ने कहा, “मामले की तुरंत मजिस्ट्रेट जांच शुरू करें और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपें।”
“उन लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए जिनकी लापरवाही के कारण यह घटना हुई है। जो भी दोषी पाया जाए उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए और उनके खिलाफ प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई की जानी चाहिए।’
हालांकि दिल्ली के राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर हादसे के बाद कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन छात्रों की मौत हो गई, जिनकी पहचान श्रेया यादव, तानिया सोनी और नवीन डेल्विन के रूप में हुई है। पुलिस ने धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 106 (1) (लापरवाही से मौत), 115/2 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 290 (इमारतों के निर्माण या मरम्मत के संबंध में लापरवाही) और बीएनएस की धारा 35 के तहत एफआईआर दर्ज की है। कोचिंग सेंटर के प्रबंधन और नागरिक एजेंसियों की जांच की जा रही है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने दिल्ली के राजेन्द्र नगर में राव आईएएस कोचिंग सेंटर के भूमिगत तल में पानी भरने से विद्यार्थियों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है और सरकार से राजधानी के सभी कोचिंग सेंटरों तथा छात्रावासों के सुरक्षा मानकों की जॉंच करने की मांग की है।
अभाविप ने कहा है कि कोचिंग सेंटर के भूमिगत तल में पानी भरने से विद्यार्थियों ओं की मृत्यु समाचार अत्यंत दुखद है। अभाविप मृतक मेधावी छात्राओं के परिवार के प्रति शोक संवेदना प्रकट करती है।
अभाविप ने कहा कि यह अत्यंत दुखद है कि दिल्ली सरकार की लापरवाही के कारण दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर कोचिंग सेंटर सुरक्षा मानकों को पूरा किए बिना संचालित हो रहे हैं। बीते महीनों में कोचिंग सेंटर में आग लगने सहित कई घटनाएं सामने आईं हैं, जो दिल्ली सरकार तथा कोचिंग संचालकों की विद्यार्थियों की सुरक्षा की नाममात्र की भी चिंता नहीं होने की वास्तविकता को उजागर करती है।
अभाविप ने कहा कि परिषद मॉंग करती है कि अविलंब पूरी दिल्ली के कोचिंग सेंटरों तथा छात्रावासों के सुरक्षा मानकों की जॉंच करा कर ही इन्हें संचालित करने की अनुमति मिले। छात्रों की सुरक्षा को किसी भी कीमत पर अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा ने राष्ट्रीय राजधानी के पटेल नगर में आईएएस बनने का सपना लेकर कोचिंग कर रही तीन छात्राओं की कोचिंग सेंटर में पानी भरने से मृत्यु को आपराधिक लापरवाही बताते हुए इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और कहा कि इसकी जिम्मेदारी तय कर दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए।
श्री खडगे ने कहा, “राजधानी दिल्ली में सरकार व प्रशासन की आपराधिक लापरवाही के चलते आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन युवाओं की ज़िंदगी चले जाना बेहद दुःखद है। उनके परिवारजनों को हमारी गहरी संवेदनाएँ। इससे पहले पटेल नगर में जलभराव के कारण, करंट लग जाने से एक अन्य यूपीएससी अभ्यर्थी की जान चली गई। ख़बरों के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में आठ लोग की जान करंट लगने से गयी है।”
उन्होंने कहा, “दिल्ली को कांग्रेस ने अंतरराष्ट्रीश् स्तर का शहर बनाया था। आज भारत की राजधानी उदासीनता का दंश झेल रही है। आये दिन हादसे होते रहते हैं। देश की राजधानी में इस तरह का हादसा होना हम सभी के लिए अत्यंत चिंता की बात है। हमें हमारी राजधानी को बेहतर बनाना होगा ताकि हमारे नागरिक सुरक्षित रहें और यहाँ रहने व आनेवालों को ये भरोसा हो कि देश की राजधानी में उनकी उपेक्षा नहीं होगी।”
श्री गांधी ने कहा, “दिल्ली की एक बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण प्रतियोगी छात्रों की मृत्यु बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ दिन पहले बारिश के दौरान बिजली का करंट लगने से एक छात्र की मृत्यु हुई थी। सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी भावपूर्ण संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। इन्फ्रास्ट्रक्चर का ये कोलैप्स सिस्टम की संयुक्त असफलता है।असुरक्षित निर्माण, लचर टाऊन प्लानिंग और हर स्तर पर संस्थाओं की गैरजवाबदेही की कीमत आम नागरिक अपना जीवन गंवा कर चुका रहा है। सुरक्षित और सुविधाजनक जीवन हर नागरिक का अधिकार और सरकारों का दायित्व है।”
श्रीमती वाड्रा ने कहा, “दिल्ली के एक कोचिंग के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मृत्यु की घटना हृदयविदारक है। दिवंगत आत्माओं एवं शोकाकुल परिजनों के लिए ईश्वर से प्रार्थना करती हूं। हाल ही में पटेल नगर में एक छात्र की करंट लगने से मौत हो गई थी। यह लापरवाही और अव्यवस्था की पराकाष्ठा है कि जो बच्चे दूर-दूर से यहां अपने सपने पूरे करने के लिए आते हैं, उनकी जिंदगी भी उनसे छिन रही है।”
उन्होंने कहा, “यह आपराधिक और गैर-जिम्मेदाराना है। इसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और सबसे जरूरी है कि जिन इलाकों में प्रतियोगी छात्र रहते हैं, वहां से हर वो निर्माण, हर गतिविधि जो अवैध और जानलेवा है, उसे दुरुस्त करना चाहिए।”
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा, “अपना भविष्य संवारने के लिए दिल्ली आए इन बच्चों के साथ बड़ा अपराध हुआ है। इसकी जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए और जो लोग पैसा कमाने के लिए अवैध तथा असुरक्षित तरीके से निर्माण कर युवाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।”
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा, “शुगर बढ़ने पर ट्वीट करने वाले लोग छात्रों की मौत पर ऑर्डर-ऑर्डर खेल रहे हैं। शर्म की बात है दिल्ली सरकार और एमसीडी की लापरवाही ने अब तक तीन से अधिक छात्रों की जान ले ली। पूरी रात से छात्र सड़कों पर इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं, जलभराव के कारण किसी छात्र की मौत का ये पहला मामला नहीं है। मैं बेहद दुखी हूँ और दिल्ली सरकार के लापरवाह रवैये से भयभीत हूँ, न जाने और कितने छात्रों की जान लेगी इनकी लापरवाही। मैं सभी छात्रों से मिलने पहुंच रहा हूँ।”