
Top JEE Mains 2025 scorers from Muzaffarnagar celebrate their success with Akash Institute faculty
JEE Mains 2025 सत्र 1 में मुजफ्फरनगर के तीन छात्रों ने 99 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया। जानिए टॉपर्स के नाम, उनके अंक और सफलता के पीछे की मेहनत की कहानी।
मुजफ्फरनगर, (Shah Times)।मुजफ्फरनगर के छात्रों ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। जेईई मेन 2025 (सत्र 1) के परिणामों में जिले के तीन छात्रों ने 99 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त कर शानदार प्रदर्शन किया है। आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, अर्पित जैन ने 99.84%, शिवांगी गर्ग ने 99.70% और अंकुश चौधरी ने 98.88% अंक अर्जित किए हैं। खास बात यह है कि अर्पित जैन ने केमिस्ट्री में पूर्ण 100 अंक प्राप्त कर सभी को चौंका दिया।
आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड के क्षेत्रीय निदेशक श्री अखिलेश दीक्षित ने इन होनहार छात्रों को बधाई देते हुए कहा, “यह परिणाम केवल मेहनत और समर्पण से ही संभव है। आकाश में हम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने पर विश्वास करते हैं और यह सफलता उसी का प्रमाण है। हम सभी सफल छात्रों को आगे के लिए शुभकामनाएं देते हैं।”


जेईई मेन: भारत की चुनौतीपूर्ण परीक्षा
जेईई मेन को भारत की सबसे प्रतिस्पर्धी और कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। यह परीक्षा दो सत्रों में आयोजित की जाती है ताकि छात्रों को स्कोर सुधारने के कई अवसर मिल सकें। जेईई मेन के स्कोर के आधार पर देशभर के प्रमुख तकनीकी संस्थानों जैसे कि एनआईटी और अन्य केंद्रीय सहायता प्राप्त कॉलेजों में प्रवेश मिलता है। वहीं, जेईई एडवांस्ड परीक्षा आईआईटी में दाखिले के लिए होती है और उसमें बैठने के लिए जेईई मेन पास करना अनिवार्य होता है।
आकाश की भूमिका और मार्गदर्शन
इन छात्रों की सफलता के पीछे आकाश इंस्टीट्यूट का मार्गदर्शन भी महत्वपूर्ण रहा। अधिकतर सफल छात्र आकाश के कक्षा कार्यक्रम से जुड़े थे, जो विशेष रूप से आईआईटी-जेईई जैसी उच्च स्तरीय परीक्षाओं के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। यह संस्थान मेडिकल (NEET), इंजीनियरिंग (JEE), NTSE, और ओलंपियाड जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी अग्रणी है।
मुजफ्फरनगर के छात्रों ने जिस तरह जेईई मेन्स 2025 में अपनी प्रतिभा और परिश्रम का परिचय दिया है, वह जिले के लिए गर्व का विषय है। ये परिणाम न केवल इन छात्रों की मेहनत को दर्शाते हैं, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में सही मार्गदर्शन और संसाधनों के महत्व को भी उजागर करते हैं।