
पीएसएलवी-सी57 उपग्रह को पृथ्वी की कक्ष में स्थापित करेगा। मिशन नियंत्रण केंद्र के वैज्ञानिक पूरे अभियान पर नजर रखे हुए हैं
श्रीहरिकोटा l भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शनिवार को देश के पहले सूर्य मिशन आदित्य-एल 1 (Aditya-L1) की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग की।
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) ने देश के पहले सूर्य मिशन (Surya Mission) आदित्य एल-1 (Aditya-L1) की लॉन्चिंग पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और समस्त देशवासियों को बधाई दी है। कलराज मिश्र ने चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के बाद इसरो की इस अभूतपूर्व पहल की सफलता के लिए शुभकामनाएं व्यक्त की हैं।
तेईस घंटे 40 मिनट की उल्टी गिनती समाप्त होने के साथ ही पूर्वाह्न 11.50 बजे पीएसएलवी-सी57 के जरिए शार रेंज से प्रक्षेपित किया गया। इसरो ने बताया कि पीएसएलवी-सी57 उपग्रह को पृथ्वी की कक्ष में स्थापित करेगा। मिशन नियंत्रण केंद्र के वैज्ञानिक पूरे अभियान पर नजर रखे हुए हैं।
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोलर मिशन (Solar Mission) के तहत आदित्य एल1 (Aditya-L1) की लॉन्चिंग के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की पूरी टीम को असीम शुभकामनाएं दी हैं।
गहलोत ने सोशल मीडिया पर यह शुभकामनाएं देते हुए कहा ” चंद्रमा के बाद अब सूर्य की बारी दुनिया देख रही काबिलियत हमारी। “
उन्होंने कहा कि पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर लेंगरेंज प्वाइंट वन पर रहकर आदित्य एल1 (Aditya-L1) द्वारा सूर्य की स्टडी से कई महत्वपूर्ण जानकारी जुटाकर भारत अंतरिक्ष विज्ञान में कीर्तिमान स्थापित करेगा और पूरी दुनिया भारत की महिमा गाएगी।
उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ ने कहा है कि देश के पहले सूर्य अभियान आदित्य एल -1 की सफलता से अंतरिक्ष यात्रा के नए अध्याय खुले हैं।
उपराष्ट्रपति सचिवालय ने शनिवार को यहां बताया कि आदित्य एल- 1 के सफल प्रक्षेपण परधनखड़ ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन -इसरो के वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं दी है।
उन्होंने कहा कि भारत के पहले सूर्य अभियान आदित्य एल -1 के सफल प्रक्षेपण से अंतरिक्ष यात्रा का गौरवशाली अध्याय खुला है। धनखड़ ने कहा, “मैं इस उपलब्धि के लिए इसरो और उसके वैज्ञानिकों तथा इंजीनियरों को शुभकामनाएं देता हूं। इस बड़ी उपलब्धि से निश्चित रूप से सौर प्रणाली के बारे में हमारी समझ बढ़ेगी।”