
बजट का आकार और संख्या बड़ी होना बजट की सफलता की निशानी नही: कांग्रेस
बड़ा बजट होने के बाद महत्वपूर्ण विभागों के लिए नया कुछ नहीं:मोना
आंकड़ा बड़ा किया, राज्य सरकार ने प्रदेश के लोगों पर कर्ज बढ़ाया: कांग्रेस
लखनऊ, (Shah Times) । उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पेश किए गए बजट पर नेता कांग्रेस विधान मंडल आराधना मिश्रा मोना ने तीखी प्रक्रिया व्यक्त करते हुए इसे दिशाहीन बजट करार दिया है और विकास परक ना होकर सिर्फ आकार और संख्या में बड़ा बताया है।
बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आराधना मिश्रा मोना ने कहा बजट का आकार और संख्या बड़ी होना बजट की सफलता की निशानी नही है, क्योंकि पिछले बजट को इसी तरह बड़ा बनाया गया था लेकिन 40 प्रतिशत विभागों ने अपना आवंटित बजट खर्च नही किया, जब पिछले बजट का आवंटन विभाग खर्च नही कर पाए तो बजट को खर्च किए बिना प्रदेश का विकास कैसे हो सकता है
आराधना मिश्रा मोना ने कहा बजट को सबसे बड़ा बढ़कर कीर्तिमान रचने की बात की जा रही है लेकिन हकीकत यह है कि अधिकांश बजट में अधिकांश आवंटन सिर्फ पुरानी योजनाओं को लेकर ही है, बजट का 10 प्रतिशत अंश भी नई योजनाओं के लिए नही है, जिन योजनाओं में पिछले बजट में भी पैसा खर्च नहीं हो पाया था,और बहुत से महत्वपूर्ण विभाग जिसमें पर्यटन विभाग भी शामिल है को नई योजनाओं के नाम पर कुछ भी नहीं मिला जबकि पूरे साल भर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी और प्रधानमंत्री जी पर्यटन को लेकर बातें करते रहे लेकिन बजट में वह बातें हकीकत नहीं बन पाईं , पर्यटन के अलावा अन्य महत्वपूर्ण विभाग भी हैं जहां से इस प्रदेश के युवाओं को रोजगार मिल सकता था लेकिन इस बजट में उन्हें कुछ भी नहीं दिया गया।
आराधना मिश्रा मोना ने प्रदेश के विकास के लिए नई योजनाओं को लेकर भाजपा सरकार पर सवाल खड़े किए, श्रीमती मोना ने कहा कि इस बजट में अधिकांश योजनाएं केंद्र सरकार की ही हैं जिन्हें उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार अपना बनाकर प्रस्तुत कर रही है, ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार प्रदेश के विकास के लिए, युवाओं को नौकरियों के लिए, आम आदमी की आय के लिए, किसानों की समृद्धि के लिए और इस प्रदेश की महिलाओं दलितों और पिछड़ों की सुरक्षा के लिए कितना गंभीर है जब बजट में नई योजनाएं ही नहीं हैं।
आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि इस भारी भरकम बजट में मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र को नजरअंदाज किया गया है, इससे यह बात स्पष्ट हो गई है कि भाजपा सरकार प्रदेश के माध्यम वर्गीय जनमानस के रोजगार के लिए बिल्कुल भी चिंतित और गंभीर नहीं है , जबकि आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश के लोगों की आय घटकर आधी हो गई है।
आराधना मिश्रा मोना ने राजकोषीय घाटे और प्रदेश के ऊपर बढ़ते कर्ज पर भी भाजपा सरकार को घेरा है, श्रीमती आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि राजकोषीय घाटा जो कि 86530.51 करोड़ रुपये अनुमानित है,को कम करने की कोई ठोस नीति पर इस बजट में प्रावधान नहीं किया है,जो कि पिछले वित्तीय वर्ष 2023 – 24 के प्रतिशत अनुपात में तेजी से बड़ा है।
आराधना मिश्रा मोना ने कहा केंद्र सरकार की तरह उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने प्रदेश के 22 करोड़ लोगों को निराश किया है, पिछले बजट को खर्च नहीं कर पाए और इस बार बजट का नंबर बढ़ा दिया, नंबर बढ़ने से विकास नहीं हो जाता, अब प्रदेश की भाजपा सरकार जब हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है तो सिर्फ धर्म की आड़ ले रही है जनता लोकसभा चुनाव में उनको जवाब देने जा रही है।