कांवड़ यात्रा मार्ग पर भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित

कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न करने के लिए शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार और डीजीपी प्रशांत कुमार ने मेरठ में प्रदेश सहित कई राज्यों के अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग बुलाई जिसमें कावड़ यात्रा के अनुभव और इसे पहले से बेहतर संपन्न करने के लिए विचार विमर्श किया गया

शाहवेज खान

मेरठ,( Shah Times) । कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न करने के लिए शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार और डीजीपी प्रशांत कुमार ने मेरठ में प्रदेश सहित कई राज्यों के अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग बुलाई जिसमें कावड़ यात्रा के अनुभव और इसे पहले से बेहतर संपन्न करने के लिए विचार विमर्श किया गया इस दौरान अधिकारियों ने निर्णय लिया गया कि कावड़ यात्रा के दौरान शिव भक्त अपने हाथों में भाले त्रिशूल या किसी प्रकार का हथियार लेकर नहीं चलेंगे और कावड़ मार्ग पर डीजे पर किसी भी प्रकार की पाबंदी नहीं रहेगी लेकिन डीजे की ध्वनि की एक सीमा रहेगी जिससे किसी को कोई परेशानी ना हो पुरी यात्रा सीसीटीवी कैमरे और ड्रॉन से संपर्क कराई जाएगी वही तिरंगा लेकर चलने वाले कांवड़ियों पर विशेष नजर रहेगी ।इसी के साथ प्रमुख सचिव ने आग्रह किया कि जो कावड़िया दूसरा राज्य से आ रहे हैं उन्हें आईडी अवश्य उपलब्ध कराई जाए जिससे कांवड़ियों की पहचान भी आसान हो जाएगी

8 कम्बाइन कंबाइंड कंट्रोल रूम,12 वाट्सअप ग्रुप बनेंगे कावड़ मार्ग पर

मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश में 22 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी। ऐसे में मेरठ में कांवड़ यात्रा समन्वय बैठक में दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान बैठक में मेरठ के सीमावर्ती जनपदों के वरिष्ठ अधिकारी ऑनलाइन जुड़े जबकि रेंज और मंडल के अधिकारी मौजूद रहे। मुख्य सचिव ने बताया कि कांवड़ रूट के सभी 12 जिलों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। इसको दो भागों में बांटा गया है। इसमें एक ग्रुप में वरिष्ठ अधिकारी जबकि दूसरे ग्रुप में थाना स्तर के अधिकारी जानकारी साझा करेंगे। कांवड़ यात्रा की निगरानी सीसीटीवी और ड्रोन से की जाएगी। उन्होंने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पूरी यात्रा को 5 जोन में बांटा गया है। यात्रा रूट पर जगह-जगह पर हेल्थ शिविर, कांवड़ शिविर बनाए जाएंगे। यहां पर कांवड़ियों के ठहरने, आराम करने एवं खाने पीने की व्यवस्था उपलब्ध होगी। वहीं महिलाओं के लिए अलग शिविर की व्यवस्था की गयी है। हेल्थ शिविर में एंटीवेनम इंजेक्शन भी मौजूद रहेंगे। यूपी उत्तराखंड में 8 कंबाइंड कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे। इसका संचालन उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के अधिकारी करेंगे ताकि कांवड़ियों को सभी सुविधाएं दी जा सकें।  

सभी राज्य कावड़ियों को  उपलब्ध कराएं आईडी कार्ड

यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि जिन रूट पर कावड़ यात्रा निकलती हैं वहां भारी वाहनों का प्रवेश  प्रतिबन्ध रहेगा, दिल्ली एक्सप्रेस वे देहरादून एक्सप्रेस। वे चौधरी चरण सिंह कावड़ मार्ग पर 21 जुलाई की रात 12:00 बजे से भारी वाहन का प्रवेश बंद रहेगा। दिल्ली हरियाणा उत्तराखंड और राजस्थान के बॉर्डर पर डॉग स्क्वायड बम निरोधक दस्ता आईबी इंटेलिजेंट  की पूरी टीम काम करेगी.। डीजीपी ने बताया कि दूसरे राज्यों के अधिकारियों को कांवड़ियों को आईडी कार्ड उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं ताकि किसी भी समस्या के दौरान उनसे संपर्क कर सहायता प्रदान की जा सके। वहीं ग्रुप में चलने वाले कांवड़ियों के ग्राम और थाने का उल्लेख करने को कहा गया है।

 

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