
नरौरा से छोड़ा गया 86 हजार 97 क्यूसेक पानी
खतरे के निशान से 45 सेमी ऊपर बह रही गंगाग्राम परोटी मे घुसा बाढ़ का पानी
सहसवान। बुधवार को नरौरा बैराज (Narora Barrage) से गंगा में अब तक का सर्वाधिक पानी छोड़ा गया। इससे नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई और कछला में मीटर गेज बढ कर 162.45 मीटर पर पहुंच गया। जो खतरे के निशान से 45 सेमी अधिक है। गंगा में उफान आते ही लहरें अपना दायरा तोड़कर बाहर आ गई और फसलों में बाढ़ का पानी भर गया।

इधर, एसडीएम प्रेमपाल सिंह (SDM Prempal Singh) ने अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एनएन शुक्ला (Dr NN Shukla) , खंड विकास अधिकारी ज्योति शर्मा के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और ग्रामीणों से बाढ़ से अलर्ट रहने को कहा।

बुधवार को नरोरा बैराज (Narora Barrage) से गंगा में 86 हजार 97 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके चलते पहले से भरी हुई गंगा में उफान आ गया और बाढ़ का पानी फसलों में भर गया। बिजनौर से एक लाख 79 हजार 472 और हरिद्वार से एक लाख 60 हजार 832 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। एक-दो दिन में जब यह पानी यहां पहुंचेगा तो गंगा के जलस्तर में और वृद्धि होगी। इससे फिलहाल बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों को फौरी तौर पर राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। यदि कुछ दिन तक लगातार जलभराव की स्थिति बनी रहती है तो फसलों पर नष्ट होने का खतरा मंडराने लगेगा।

एसडीएम प्रेमपाल सिंह ने (SDM Prempal Singh) बताया कि प्राथमिक और जूनियर विद्यालय सिठौलिया पुख्ता पर राहत केंद्र बनाए गए हैं। एसडीएम ने बाढ़ क्षेत्र के ग्रामीणों से सजग रहने को कहा और अधिक पानी आने की सूरत में प्रशासन द्वारा तैयार किए गए सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की अपील की। उन्होंने बाढ़ चौकियों पर तैनात टीमों को भी वहां रहकर हालात पर निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। बाढ़ खंड के कर्मचारी भी क्षेत्र में कैंप कर हालातों पर निगाह रखे हुए हैं।
संवाददाता डाo राशिद अली खान सहसवान बदायूं