
क्या हमारी दादी-नानी के जमाने के नुस्खे होते हैं कारगर, आईए जानते हैं?

हमारी दादी और नानी अक्सर यह सलाह देती हैं कि बच्चों के कान में तेल डालना चाहिए। लेकिन, क्या विज्ञान भी इस बात का समर्थन करता है? तो वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों के कान में तेल डालना सही नहीं है क्योंकि इससे कान में इन्फेक्शन हो सकता है। तेल में मौजूद बैक्टेरिया कान के अंदर जाकर संक्रमण बढ़ा सकते हैं, और तेल से कान में धूल-मिट्टी भी जमा हो सकती है, जिससे संक्रमण की समस्या गंभीर हो सकती है। जिस कारण आम लोग सोचने पर मजबूर हो जाता है कि आखिर वह किस बात से सहमत हो। अपने बुजुर्गो कि या फिर साइंस कि। आज आपकी इसी परेशानी का जवाब लेकर आए हैं।
क्या कान में तेल डालना सही है?..
यहीं पर बात थोड़ी उलझ जाती है। आयुर्वेदिक चिकित्सक कान की विशिष्ट समस्याओं के लिए सरसों के तेल के इस्तेमाल का समर्थन कर सकते हैं, लेकिन कई आधुनिक चिकित्सक इसके प्रति आगाह करते हैं। मुख्य चिंता क्या है? कान की नली में कोई भी गैर-कीटाणुरहित पदार्थ जाने से जलन, रुकावट, या यहाँ तक कि संक्रमण का खतरा हो सकता हैं। खासकर अगर कान का पर्दा क्षतिग्रस्त हो।
क्या है आयुर्वेद की राय
आयुर्वेद, प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति, लंबे समय से विभिन्न चिकित्सीय प्रयोजनों के लिए प्राकृतिक तेलों — तिल, नारियल, और सरसों के उपयोग की वकालत करती रही है। लेकिन क्या मैं यूँ ही सरसों का तेल कान में डाल सकता हूँ ? आयुर्वेदिक ग्रंथों के अनुसार, सरसों के तेल में उष्ण वीर्य , यानी गर्म प्रकृति होती है, जो वात दोष को शांत करने में मदद कर सकता है — जिसे अक्सर कान में सूखापन और फटने की अनुभूति से जोड़ा जाता है।
जानिए तेल डालने से क्या होता है?
डॉक्टर्स कहते हैं कि अगर आप बच्चे की नाक में सरसों का तेल डालते हैं, तो ये ब्लॉकेज कर सकता है। इतना ही नहीं ये फेफड़ों में जा कर निमोनिया तक का कारण बन सकता है, इसलिए भूलकर भी नाक में सरसों का तेल नहीं डालना चाहिए। वहीं कान में तेल डालने से फंगल और बैक्टिरियल इन्फेक्शन हो सकता है। ये इयर ड्रम को भी डैमेज कर सकता है और वहां जम भी सकता है।
तेल की जगह कान में क्या डालें?
डॉक्टर कहते हैं कि बच्चों के नाक या कान में कोई भी तेल नहीं डालना चाहिए। अगर बच्चे के कान में ज्यादा वैक्स (मैल) इकट्ठा हो रहा है, तो डॉक्टर की सलाह पर ही कोई ड्रॉप डालें। इसके अलावा खुद कुछ डालने या कान साफ करने से बचें। वहीं बच्चे की नाक बंद है, तो आप नॉर्मल सलाइन ड्रॉप डाल सकते हैं। इसके अलावा डॉक्टर की सलाह के बिना कुछ भी ना डालें।




